latest-newsकोटाराजनीतिराजस्थान

कोटा में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस और चंबल रिवर फ्रंट का अवलोकन

कोटा में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस और चंबल रिवर फ्रंट का अवलोकन

शोभना शर्मा। रविवार को कोटा में दो प्रमुख घटनाओं ने जनता का ध्यान खींचा। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने चंबल रिवर फ्रंट का अवलोकन किया और राज्य स्तरीय अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने निरक्षरता मिटाने के संकल्प की घोषणा की।

चंबल रिवर फ्रंट का अवलोकन

विधानसभा अध्यक्ष  वासुदेव देवनानी ने कोटा के चंबल रिवर फ्रंट पर नयापुरा गेट से प्रवेश किया और सिंह घाट, साहित्य चौक, रंगमंच, लगून फाउंटेन, वाटर पार्क, हाड़ौती घाट, विश्व मैत्री घाट, मरू घाट, गणेश पोल, और चंबल बैराज फाउंटेन सहित विभिन्न स्थानों का अवलोकन किया। उन्होंने शाम के समय रिवर फ्रंट के खूबसूरत नजारों का लुत्फ उठाया और लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद लिया। रंगमंच पर घूमर नृत्य की प्रस्तुति ने भी सभी का मन मोह लिया। इस अवसर पर भाजपा कोटा जिलाध्यक्ष राकेश जैन भी उपस्थित थे, जिन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के साथ रिवर फ्रंट की सुंदरता और सांस्कृतिक गतिविधियों का अनुभव साझा किया।

शिक्षा मंत्री और ऊर्जा मंत्री की विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात

रविवार को कोटा सर्किट हाउस में शिक्षा मंत्री  मदन दिलावर और ऊर्जा मंत्री  हीरालाल नागर ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से मुलाकात की। इस मुलाकात में शिक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में चल रहे विभिन्न योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया।

अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह

वहीं, कोटा के शिव ज्योति कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, श्रीनाथपुरम में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री  मदन दिलावर ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने अपने संबोधन में निरक्षरता को देश और प्रदेश के माथे पर कलंक बताया और इसे मिटाने के लिए 5 वर्ष का लक्ष्य निर्धारित किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग 80 लाख लोग अभी भी निरक्षर हैं, और सरकार का उद्देश्य है कि 5 वर्षों के भीतर इन सभी को साक्षर बना दिया जाए। शिक्षा मंत्री ने हाडोती बोली में संबोधित करते हुए उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि जो लोग शिक्षित हैं, वे अपने आसपास के निरक्षर लोगों को भी शिक्षित बनाएं ताकि वे अपने जीवन में प्रगति कर सकें। उन्होंने इसे सबसे बड़ा पुण्य कार्य बताया।

नव साक्षरों और शिक्षकों का सम्मान

समारोह में विभिन्न जिलों से आए नव साक्षरों और स्वयंसेवी शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कोटा, बारां, झालावाड़ के नव साक्षर जैसे सुनीता देवी, मेधा बाई, हरि सिंह, और मधु बाई ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि शिक्षा से उनके जीवन में किस प्रकार के सकारात्मक बदलाव आए हैं। अतिथियों ने इन नव साक्षरों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें प्रोत्साहित किया।

शिक्षा के विकास में मील का पत्थर

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ऊर्जा मंत्री  हीरालाल नागर ने शिक्षा को देश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि साक्षरता अभियान में बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा, क्योंकि बेटियां हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं। उन्होंने शिक्षा मंत्री द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और कहा कि ये कदम प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।

कोटा दक्षिण विधायक  संदीप शर्मा ने भी इस अवसर पर कहा कि जब तक हर व्यक्ति साक्षर नहीं होगा, हम 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार नहीं कर सकते। उन्होंने निरक्षरों को साक्षर बनाने और उन्हें सक्षम बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा से जीवन और देश दोनों को बदलने की शक्ति है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों पर अपने अधूरे सपनों को न थोपें, बल्कि उन्हें अपनी रुचि के अनुसार करियर चुनने दें।

सरकार के प्रयास और भविष्य की योजनाएं

कार्यक्रम में साक्षरता और सतत शिक्षा निदेशक मेघराज रतनू ने जानकारी दी कि 2011 तक प्रदेश में 47 लाख लोगों को साक्षर बनाया गया था, और अब तक 91 लाख लोग साक्षर हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 80 लाख लोग निरक्षर हैं, और इस वर्ष 20 लाख लोगों को साक्षर बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने यह भी बताया कि अगले 5 वर्षों में कोई भी शिक्षक का पद खाली नहीं रहेगा और शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार किए जाएंगे।

इस अवसर पर साक्षरता संबंधित एक ब्रोशर का भी विमोचन किया गया। अतिरिक्त निदेशक साक्षरता स्नेहलता हरित, संयुक्त निदेशक शिक्षा तेज कंवर, सीडीईओ केके शर्मा, और शिव ज्योति कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक महेश गुप्ता सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में कलाजत्था और नाटिका द्वारा साक्षरता का संदेश दिया गया, साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। समारोह का संचालन ज्योति जोशी द्वारा किया गया, जिनकी प्रभावशाली प्रस्तुति ने उपस्थित लोगों को कार्यक्रम के प्रति आकर्षित किया।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading