शोभना शर्मा। राजसमंद जिले के नाथद्वारा में 26 जनवरी को एक अनोखे जश्न ने लोगों का ध्यान खींचा। नाथद्वारा नगर पालिका उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता श्यामलाल गुर्जर के पोते के जन्म की खुशी में पूरे कस्बे में भांग और श्रीनाथजी का प्रसाद फ्री में बांटा गया। गणतंत्र दिवस के मौके पर गुर्जर परिवार में हुई इस खुशखबरी ने पूरे कस्बे को इस जश्न में शामिल कर लिया।
भांग बंटने की अनोखी परंपरा
नाथद्वारा को भांग प्रेमियों का शहर कहा जाता है। यहां विशेष अवसरों और धार्मिक उत्सवों पर भांग और ठंडाई का प्रचलन है। श्यामलाल गुर्जर के खुद के दो सरकारी भांग के ठेके हैं। ऐसे में जब उनके पोते का जन्म हुआ, तो उन्होंने इसे पूरे शहर के साथ साझा करने का निर्णय लिया। उन्होंने एक दिन के लिए अपने ठेकों पर भांग को फ्री कर दिया और साथ ही श्रीनाथजी का प्रसाद भी लोगों में बांटा।
पूरे कस्बे में हुआ प्रचार
इस अनोखे जश्न की सूचना कस्बे के हर घर तक पहुंचाने के लिए खास इंतजाम किए गए। एक टेंपो में माइक लगाकर पूरे कस्बे में घोषणा करवाई गई कि भांग और प्रसाद फ्री में बांटा जा रहा है। इस घोषणा के बाद स्थानीय लोग और श्रद्धालु बड़ी संख्या में ठेकों पर इकट्ठा हो गए। ठेके पर लंबी-लंबी लाइने लग गईं।
पोते के जन्म पर मिली शुभकामनाएं
जश्न के दौरान लोग न केवल भांग लेने पहुंचे, बल्कि श्यामलाल गुर्जर को उनके पोते के जन्म की बधाई भी दी। पूरे कस्बे में खुशी का माहौल था। लोगों ने श्रीनाथजी का प्रसाद ग्रहण कर और भांग का सेवन कर जश्न में भाग लिया।
नाथद्वारा: भांग प्रेमियों का शहर
नाथद्वारा शहर का भांग से जुड़ाव कोई नई बात नहीं है। यह शहर धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है और यहां भांग और ठंडाई को आध्यात्मिक अनुभव का हिस्सा माना जाता है। स्थानीय लोग और श्रद्धालु इसे खास अवसरों पर बड़े चाव से उपयोग करते हैं।
एक अनोखा तरीका
अक्सर घरों में बच्चे के जन्म पर मिठाइयां बांटने या भोज आयोजित करने का रिवाज होता है, लेकिन श्यामलाल गुर्जर ने इस परंपरा को एक नया मोड़ दिया। भांग और प्रसाद बांटकर उन्होंने अपनी खुशी को अनोखे अंदाज में मनाया और इस आयोजन को चर्चा का विषय बना दिया।