शोभना शर्मा। पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा हो चुकी है, और इस बार देश के विभिन्न क्षेत्रों के नायकों को उनके अद्भुत योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। इस प्रतिष्ठित सूची में चिकित्सा, कला, समाज सेवा, संगीत और साहित्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल हैं।
डॉक्टर नीरजा भटला: स्त्री रोग विशेषज्ञ और सर्वाइकल कैंसर विशेषज्ञ
डॉक्टर नीरजा भटला दिल्ली की एक जानी-मानी स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। उन्होंने सर्वाइकल कैंसर की पहचान, रोकथाम और इलाज के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया है। उनके प्रयासों से इस घातक बीमारी के खिलाफ जागरूकता बढ़ी और इसका इलाज भी आसान हुआ। उनके इसी योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
भीम सिंह भावेश: समाज सेवा के लिए समर्पित एक योद्धा
भीम सिंह भावेश भोजपुर जिले के एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वे ‘नई आशा’ नामक संगठन के माध्यम से पिछले 22 वर्षों से मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। मुसहर समुदाय समाज के सबसे पिछड़े वर्गों में से एक है। भावेश के प्रयासों ने इस समुदाय के जीवन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उनके इस समर्पण के लिए उन्हें पद्म श्री प्रदान किया गया है।
पी दत्ताचनमूर्ति: थाविल वाद्य यंत्र के दिग्गज कलाकार
पी दत्ताचनमूर्ति पुडुचेरी के एक वाद्य यंत्र विशेषज्ञ हैं। वे दक्षिण भारतीय संगीत और संस्कृति के महत्वपूर्ण वाद्य यंत्र थाविल बजाने में माहिर हैं। 50 से अधिक वर्षों के अनुभव वाले दत्ताचनमूर्ति को इस कला को नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए पद्म श्री से नवाजा गया है।
एल हंगथिंग: नगालैंड के प्रेरणादायक फल किसान
एल हंगथिंग नगालैंड के नोकलक जिले के एक प्रसिद्ध फल किसान हैं। वे पिछले 30 वर्षों से गैर-देशी फलों की खेती कर रहे हैं। उनके अभिनव तरीकों ने क्षेत्र के अन्य किसानों को भी प्रेरित किया है। उनके प्रयासों के लिए उन्हें इस साल पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
अन्य सम्मानित हस्तियां
कुवैत की योग साधिका शेखा ए जे अल सबा और उत्तराखंड के ट्रैवल ब्लॉगर दंपति ह्यूग और कोलीन गैंटजर को भी पद्म श्री से नवाजा गया है। गोवा की 100 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी लीबिया लोबो सरदेसाई को उनके देशप्रेम और बलिदान के लिए यह सम्मान मिला है। पश्चिम बंगाल के ढाक वादक गोकुल चंद्र दास, जो इस पारंपरिक वाद्य यंत्र को बचाने के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें भी पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
लोक गायिका बतूल बेगम और अन्य विशिष्ट नाम
जयपुर की प्रसिद्ध लोक गायिका बतूल बेगम, जिन्होंने राजस्थान की लोक धरोहर को संरक्षित और प्रचारित किया, को भी इस सम्मान से नवाजा गया है। इसके अलावा, मध्यप्रदेश की सामाजिक उद्यमी सैली होलकर और मराठी लेखक मारुति भुजंगराव चितमपल्ली को भी पद्म श्री पुरस्कार दिया गया है।