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इमरजेंसी में पर्सनल लोन या एडवांस सैलरी लोन: कौन सा विकल्प है बेहतर?

इमरजेंसी में पर्सनल लोन या एडवांस सैलरी लोन: कौन सा विकल्प है बेहतर?

शोभना शर्मा। इमरजेंसी की स्थिति कभी भी आ सकती है, और उस समय फाइनेंस की जरूरतें पूरी करने के लिए लोग अक्सर पर्सनल लोन या एडवांस सैलरी लोन लेने के बारे में सोचते हैं। हालांकि, इन दोनों लोन विकल्पों के बीच चुनाव करना कई बार मुश्किल हो सकता है। अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो एडवांस सैलरी लोन आपके लिए एक आकर्षक विकल्प हो सकता है। वहीं, पर्सनल लोन भी एक प्रभावी विकल्प है, जो कम ब्याज दरों के साथ ज्यादा सुविधाएं प्रदान करता है। यहां हम इन दोनों लोन विकल्पों के बीच का फर्क समझने और आपके लिए सही विकल्प चुनने में मदद करेंगे।

एडवांस सैलरी लोन क्या है?

एडवांस सैलरी लोन एक खास प्रकार का लोन है जो नौकरीपेशा लोगों को दिया जाता है। यह लोन आपकी सैलरी का तीन गुना तक हो सकता है, और इसे आमतौर पर कम समय में चुकाने की आवश्यकता होती है। इस लोन का एक मुख्य फायदा यह है कि आपको ज्यादा कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं पड़ती और जल्दी लोन मिल जाता है। हालाँकि, इसके साथ ही, एडवांस सैलरी लोन की ब्याज दरें पर्सनल लोन की तुलना में काफी अधिक होती हैं, जो इसे महंगा बना सकती हैं।

पर्सनल लोन vs एडवांस सैलरी लोन: ब्याज दर

पर्सनल लोन और एडवांस सैलरी लोन दोनों में ही ब्याज दर का बड़ा फर्क होता है। पर्सनल लोन की ब्याज दरें 14% से 18% के बीच हो सकती हैं, जबकि एडवांस सैलरी लोन की ब्याज दरें 24% से 30% तक होती हैं। इसका मतलब यह है कि एडवांस सैलरी लोन में आपको ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है, जो आपकी आर्थिक स्थिति पर दबाव बना सकता है।

लोन की लिमिट और अवधि

पर्सनल लोन और एडवांस सैलरी लोन की लिमिट और चुकाने की अवधि में भी बड़ा अंतर होता है। एडवांस सैलरी लोन में आप अपनी सैलरी का तीन गुना तक लोन ले सकते हैं, और इसे चुकाने के लिए आपके पास केवल 15 महीने का समय होता है। इसके विपरीत, पर्सनल लोन में आप बड़ी राशि लोन के तौर पर ले सकते हैं और इसे चुकाने के लिए आपको 5 साल तक का समय मिलता है। इससे आपकी ईएमआई भी कम हो सकती है और घर के बजट पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता।

घर के बजट पर असर

एडवांस सैलरी लोन के साथ सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि आपको इसे कम समय में चुकाना पड़ता है। इसकी ईएमआई ज्यादा होती है और ब्याज दर भी अधिक होती है, जिससे आपके घर का बजट गड़बड़ा सकता है। दूसरी ओर, पर्सनल लोन में आपको ज्यादा समय मिलता है, जिससे आप अपनी ईएमआई को आराम से मैनेज कर सकते हैं और बचत करने की संभावना बनी रहती है।

नौकरीपेशा लोगों के लिए ही एडवांस सैलरी लोन

एडवांस सैलरी लोन और पर्सनल लोन में एक बड़ा अंतर यह भी है कि एडवांस सैलरी लोन केवल नौकरीपेशा लोगों को ही मिलता है। जबकि पर्सनल लोन कोई भी ले सकता है, चाहे वह नौकरीपेशा हो या खुद का बिजनेस करने वाला हो। एडवांस सैलरी लोन में आपकी सैलरी को कोलेटरल के रूप में रखा जाता है, जबकि पर्सनल लोन में आपको कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है।

एडवांस सैलरी लोन के नियम

एडवांस सैलरी लोन लेने के लिए कुछ नियम होते हैं, जैसे कि आपको कम से कम दो साल का वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए और जिस संस्थान में आप काम कर रहे हैं, वहां कम से कम एक साल पूरा होना चाहिए। इसके अलावा आपकी उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए और आपका क्रेडिट स्कोर भी अच्छा होना चाहिए।

कौन सा विकल्प बेहतर है?

अगर आपको ज्यादा फंड की जरूरत है और आप कम ब्याज दर के साथ लोन चुकाना चाहते हैं, तो पर्सनल लोन आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है। वहीं, अगर आपको कम समय के लिए थोड़ी राशि की जरूरत है और आप नौकरीपेशा हैं, तो एडवांस सैलरी लोन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, आपको अपनी आर्थिक स्थिति और जरूरतों के आधार पर ही सही फैसला लेना चाहिए।

इमरजेंसी में पर्सनल लोन और एडवांस सैलरी लोन दोनों ही फाइनेंशियल मदद के विकल्प हो सकते हैं, लेकिन इन दोनों में से पर्सनल लोन आमतौर पर ज्यादा बेहतर साबित होता है। इसकी ब्याज दरें कम होती हैं, लोन की लिमिट ज्यादा होती है, और चुकाने के लिए अधिक समय मिलता है। दूसरी ओर, एडवांस सैलरी लोन तेजी से मिलने वाला विकल्प है, लेकिन इसकी ब्याज दरें ज्यादा होती हैं और इसे चुकाने के लिए कम समय मिलता है।

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