शोभना शर्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए शनिवार को महाराष्ट्र के वाशिम जिले से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना की 18वीं किस्त जारी की। इस अवसर पर कृषि और पशुपालन से जुड़ी कई नई पहलों का भी शुभारंभ किया गया, जिनका उद्देश्य भारतीय कृषि प्रणाली और किसानों की समृद्धि को बढ़ाना है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन और अन्य प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना: 18वीं किस्त का वितरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम के दौरान पीएम किसान सम्मान निधि की 18वीं किस्त के रूप में 9 करोड़ 40 लाख से अधिक किसानों के खातों में लगभग 20,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। पीएम किसान योजना के तहत, किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपये तीन समान किस्तों में प्रदान किए जाते हैं। इस योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों को आसानी से चला सकें। इस योजना के तहत अब तक 3.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जारी की जा चुकी है। इस वित्तीय सहायता ने किसानों के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार किया है, जिससे वे अपनी कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर पा रहे हैं।
नई कृषि और पशुपालन योजनाओं का शुभारंभ
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं की भी शुरुआत की। इनमें स्वदेशी बोवाइन सीमेन सेक्स्ड सोर्टिंग टेक्नोलॉजी और जीनोटाइपिंग चिप शामिल हैं, जो पशुपालन क्षेत्र में सुधार और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण पहल हैं। इन तकनीकों के माध्यम से देश में बेहतर पशुधन उत्पादकता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
इसके साथ ही, कृषि अवसंरचना कोष की 1929 करोड़ रुपये की लागत से बनी 7519 परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। यह परियोजनाएं कृषि उत्पादों के भंडारण, प्रोसेसिंग और प्रबंधन की क्षमता में वृद्धि करने में सहायक होंगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने 1300 करोड़ रुपये से अधिक के कुल व्यवसाय के साथ पंजीकृत 9200 एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इन एफपीओ के माध्यम से किसानों को अपनी उत्पादकता और विपणन क्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
महाराष्ट्र को मिली नई सौगातें
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र राज्य को भी कई नई सौगातें दीं। कृषि और पशुपालन से जुड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए, उन्होंने राज्य के किसानों के लिए विशेष योजनाएं शुरू कीं, जिनका उद्देश्य कृषि उत्पादकता और किसानों की आय में वृद्धि करना है।
राजस्थान के किसानों को मिली विशेष मदद
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी इस अवसर पर वीसी के माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं राज्य के किसानों के जीवन स्तर में सुधार कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा भी किसानों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इनमें मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2,000 रुपये प्रतिवर्ष की अतिरिक्त वित्तीय सहायता, गेहूं की खरीद पर बोनस और किसानों को बिजली के बिलों में अनुदान शामिल हैं।
राजस्थान में 70 लाख 36 हजार 501 किसानों को पीएम किसान योजना की 18वीं किस्त के माध्यम से 1546.6 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं, जिससे राज्य के किसानों को आर्थिक रूप से राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कृषि कनेक्शन, सौर ऊर्जा संयंत्र, और ड्रिप व स्प्रिंकलर संयंत्रों की स्थापना से भी किसानों की समृद्धि में योगदान दिया जा रहा है। इसके अलावा, राज्य को बिजली सरप्लस बनाने के लिए 2.24 लाख करोड़ रुपये के एमओयू भी किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का किसानों के प्रति दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार की हर नीति और निर्णय देश को विकसित बनाने के उद्देश्य से समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के बिना देश का विकास संभव नहीं है, इसलिए केंद्र सरकार लगातार किसानों के हित में नई योजनाएं शुरू कर रही है और महत्वपूर्ण फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के बिना विकसित भारत का सपना अधूरा है, और सरकार इस दिशा में हर संभव प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने कृषि अवसंरचना के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि यह कृषि उत्पादों के भंडारण और प्रोसेसिंग की क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे किसानों को बेहतर बाजार मूल्य मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।