मनीषा शर्मा, अजमेर। शहर में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। इसी क्रम में दरगाह थाना पुलिस ने मंगलवार को एक और बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति लगभग 10 साल पहले बांग्लादेश की सीमा पार कर भारत आया था और तब से यहां रह रहा था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और उसके भारत में रहने के पीछे के मकसद को जानने की कोशिश कर रही है। इस अभियान के तहत यह 8वीं कार्रवाई है, जिसमें अब तक 18 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
दरगाह थाना प्रभारी दिनेश जीवनानी ने बताया कि पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार जिले में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों और घुसपैठियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। इसी के तहत अजमेर एसपी वंदिता राणा के निर्देश पर एक विशेष टास्क फोर्स (STF) का गठन किया गया, जो इन मामलों पर नजर बनाए हुए है। दरगाह क्षेत्र में तलाशी अभियान के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध व्यक्ति नजर आया। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। गहन पूछताछ के बाद पता चला कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है और पिछले 10 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रह रहा था।
बॉर्डर पार कर भारत आया था
पकड़े गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद सरोज उर्फ रिप्पोन (उम्र 48 वर्ष), निवासी ढाका, बांग्लादेश के रूप में हुई है। उसने पूछताछ में बताया कि वह लगभग 10 साल पहले बेनापोल बॉर्डर पार करके भारत में दाखिल हुआ था। इसके बाद वह खानाबदोश की तरह इधर-उधर घूमता रहा और आखिरकार अजमेर के दरगाह क्षेत्र में रहने लगा। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या वह किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा है, किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल रहा है, या भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के पीछे कोई और वजह थी।
अजमेर में अब तक 18 बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए
थाना प्रभारी ने बताया कि यह इस अभियान के तहत 8वीं कार्रवाई थी और अब तक कुल 18 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा जा चुका है। इन सभी से गहन पूछताछ की जा रही है और पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं इनका संबंध किसी आपराधिक गिरोह, मानव तस्करी, जासूसी या अन्य अवैध गतिविधियों से तो नहीं है।
अभियान आगे भी जारी रहेगा
अजमेर पुलिस ने साफ कर दिया है कि अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। शहर के अलग-अलग इलाकों में इस तरह की जांच की जा रही है और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
बॉर्डर पार करने का ट्रेंड और सुरक्षा खतरा
भारत में अवैध रूप से घुसपैठ करने के कई रास्ते हैं, जिनमें से बांग्लादेश की सीमा से लगने वाला पश्चिम बंगाल का बेनापोल बॉर्डर एक प्रमुख मार्ग है। कई अवैध घुसपैठिए इसी रास्ते से भारत में दाखिल होते हैं और फिर देश के अलग-अलग हिस्सों में बस जाते हैं। अजमेर, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में अक्सर ऐसे घुसपैठिए पकड़ में आते रहते हैं। यह मामला सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुका है, क्योंकि अवैध रूप से भारत में दाखिल होने वाले इन लोगों का कोई रिकॉर्ड नहीं होता और वे कई बार अपराधों में भी शामिल पाए जाते हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि अगर उन्हें अपने इलाके में कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे, जिसका कोई ठिकाना न हो या जो संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हो, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। इससे शहर की सुरक्षा को और मजबूत किया जा सकेगा।