मनीषा शर्मा, अजमेर। जयपुर रोड स्थित ईसाई समाज के कब्रिस्तान की तारबंदी को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हटाए जाने का मामला सामने आया है। मैथोडिस्ट चर्च के इंचार्ज एमरोज मैसी ने इस मामले को लेकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई कब्रिस्तान पर कब्जा करने की नीयत से की गई है, जिससे ईसाई समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
50 साल पुराना कब्रिस्तान, धार्मिक भावनाओं को पहुंची ठेस
रिपोर्ट के अनुसार, भूणाबाय जयपुर रोड पर स्थित खसरा नंबर 221 (पुराना) / 627 (नया) पर ईसाई समाज का कब्रिस्तान स्थित है। यह कब्रिस्तान पिछले 50 वर्षों से अस्तित्व में है, जहां समुदाय के लोग अपने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार मृत शरीर को दफनाते हैं। चर्च के इंचार्ज के अनुसार, इस स्थान पर ईसाई समाज की धार्मिक परंपराओं के तहत अंतिम संस्कार की क्रियाएं की जाती हैं। लेकिन हाल ही में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने कब्रिस्तान की तारबंदी को जेसीबी मशीन से हटा दिया। इस कदम से ऐसा प्रतीत होता है कि ये लोग इस जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने और निर्माण कार्य करने की मंशा रखते हैं।
कब्रिस्तान की सुरक्षा को लेकर ईसाई समाज में आक्रोश
इस घटना के सामने आने के बाद ईसाई समाज में आक्रोश देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि यह न केवल संपत्ति पर अतिक्रमण करने का प्रयास है, बल्कि उनकी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने वाला कृत्य है। समाज के लोगों ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
पुलिस जांच में जुटी, आरोपियों की तलाश जारी
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि तारबंदी हटाने के पीछे किसका हाथ है और क्या यह सच में किसी अवैध कब्जे की कोशिश थी। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस बीच, चर्च प्रशासन और ईसाई समाज ने कब्रिस्तान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की है।