शोभना शर्मा। जयपुर नगर निगम ने शहर में रोहिंग्या और घुसपैठियों को चिह्नित कर बाहर करने की तैयारी शुरू कर दी है। जयपुर में हटवाड़ों और स्ट्रीट वेंडर्स को पहचान कर लाइसेंस जारी करने के लिए एक सर्वे करवाया जाएगा। इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश और बर्मा से आए रोहिंग्या और अवैध घुसपैठियों को चिह्नित करके शहर से बाहर करना है। जयपुर नगर निगम ग्रेटर में फुटकर व्यवसाय पुनर्वास समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
समिति अध्यक्ष अरुण शर्मा ने बताया कि स्ट्रीट वेंडर्स स्वरोजगार के माध्यम से सरकार गरीबों को रोजगार दे रही है, लेकिन बांग्लादेश और बर्मा से आए रोहिंग्या और घुसपैठिए भी अवैध रूप से व्यापार कर रहे हैं, जिससे स्थानीय गरीब लोगों का हक मारा जा रहा है। बिना नगर निगम की अनुमति के हटवाड़े संचालित नहीं होंगे। इन हटवाड़ों और स्ट्रीट वेंडर्स का सर्वे कर उनका रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा, ताकि उन्हें लाइसेंस दिया जा सके।
अरुण शर्मा ने बताया कि स्ट्रीट वेंडर्स के रूप में कई अवैध बांग्लादेशियों और रोहिंग्या ने जयपुर में डेरा जमा रखा है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या हो रही है और कई आपराधिक वारदातों में इनका नाम सामने आया है। बाहरी लोगों की पहचान कर उन्हें हटाया जाएगा और स्थानीय वेंडर्स को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या भी हल होगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।