शोभना शर्मा, अजमेर। कायड़ विश्राम स्थली में 7 जुलाई से शुरू हो रहे मिनी उर्स के लिए जायरीन के आवास, भोजन और पानी के लिए माकूल इंतजाम किए जा रहे हैं। एडीए ने वाटर प्रूफ टैंट और बिजली-पानी व्यवस्थाओं के लिए टेंडरिंग और वर्कऑर्डर प्रक्रिया को पूरा कर लिया है। विश्रामस्थली में साफ-सफाई का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
व्यवस्थाओं पर खर्च होंगे 1.50 करोड़ रुपए
एडीए के एक्सईएन राजेंद्र कुड़ी ने बताया कि मिनी उर्स की व्यवस्थाओं पर करीब 1.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बारिश को ध्यान में रखते हुए वाटर प्रूफ टेंट लगाए जा रहे हैं। जायरीन के लिए 700 वाहनों की पार्किंग बनाई जा रही है और पानी की व्यवस्था भी की गई है। माइक और साउंड की व्यवस्था भी एडीए की ओर से की जा रही है।
रसद की व्यवस्था
विश्राम स्थली पर रसद विभाग की ओर से कच्चे-पक्के रसद की भी व्यवस्था की जा रही है। नॉमिनल दरों पर जायरीन को रसद सामग्री मिलेगी। यह व्यवस्था रसद विभाग द्वारा की जा रही है, जिससे जायरीन को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मोहर्रम की तैयारियाँ
मोहर्रम को देखते हुए दरगाह में कव्वाली शुक्रवार रात से बंद हो जाएगी। मोहर्रम की चौकी का जुलूस शनिवार को निकलेगा। चांद दिखाई देने पर रात से ही मर्सियाख्वानी शुरू हो जाएगी, अन्यथा रविवार रात से। कव्वाल गुलाम फरीद ने बताया कि चांद की 28 तारीख से कव्वाली बंद हो जाती है और 13 दिन तक नहीं होगी। मोहर्रम के तीजे के बाद कव्वाली वापस शुरू होगी।
अंजुमन सैयदजादगान के मोहर्रम कन्वीनर सैयद अब्दुल हक मुन्ना भाई ने बताया कि शनिवार को अस्त्र की नमाज के बाद मोहर्रम की चौकी का जुलूस दरगाह गेस्ट हाउस से शुरू होगा। मर्सियाख्वानी के साथ चौकी की सवारी निकलेगी। रोशनी के वक्त से पूर्व लंगर खाना ले जाया जाएगा और सलाम पढ़ा जाएगा। इसके बाद चौकी को मकबरे स्थित इमाम बारगाह में लाया जाएगा।
इन तैयारियों के साथ, अजमेर में मिनी उर्स के दौरान जायरीन को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।