मनीषा शर्मा। राजस्थान में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ जोर-शोर से हुआ। पहले दिन 49.84 लाख से अधिक बच्चों ने पोलियो की खुराक ली। इस बार राज्य में 87.50 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान के पहले चरण में पूरे प्रदेश में 46,887 पोलियो बूथ स्थापित किए गए, जहां यह दवा पिलाने की प्रक्रिया आरंभ की गई।
राजस्थान हेल्थ डिपार्टमेंट के निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत राणावत और परियोजना निदेशक (टीकाकरण) डॉ. रघुराज सिंह की निगरानी में यह अभियान चलाया गया। पोलियो बूथों पर दवा पिलाने के बाद अब मोबाइल टीमें घर-घर जाकर उन बच्चों को दवा पिलाएंगी, जो किसी कारणवश पोलियो बूथ पर नहीं पहुंच सके।
बीकानेर में सबसे ज्यादा बच्चों को पिलाई गई दवा
पोलियो अभियान के तहत सबसे अधिक बीकानेर जिले में बच्चों को दवा पिलाई गई। यहां 3 लाख 8 हजार से अधिक बच्चों ने पोलियो बूथों पर दवा ली। दूसरे स्थान पर उदयपुर रहा, जहां 3 लाख 700 बच्चों को दवा दी गई।
राजधानी जयपुर को जयपुर प्रथम और जयपुर द्वितीय जिलों में बांटा गया। दोनों जिलों में कुल 2.89 लाख बच्चों को दवा पिलाई गई। वहीं, सबसे कम खुराक दूदू जिले में दी गई, जहां केवल 18,400 से अधिक बच्चे पोलियो बूथों तक पहुंचे।
जयपुर में 11 दिसंबर तक चलेगा अभियान
जयपुर जिले में घर-घर पोलियो अभियान 11 दिसंबर तक चलेगा। यहां तीन दिनों तक मोबाइल टीमें घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाएंगी। अन्य जिलों में यह अभियान 10 दिसंबर तक जारी रहेगा।
पहले दिन लक्ष्य का 57% पूरा
डॉ. राणावत ने बताया कि अभियान के पहले दिन कुल लक्ष्य का 57% पूरा कर लिया गया। पूरे प्रदेश में घर-घर अभियान के जरिए शेष बच्चों तक पोलियो की दवा पहुंचाने का काम किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो मुक्त रखना है।
पोलियो अभियान की तैयारी और मॉनिटरिंग
राजस्थान में यह अभियान न केवल व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है, बल्कि इसकी तैयारी भी बेहद सुदृढ़ रही। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों में बूथों की स्थापना के साथ मोबाइल टीमें तैनात कीं, जो इस अभियान की सफलता सुनिश्चित कर रही हैं।