latest-newsअजमेरक्राइमराजस्थान

राजस्थान ब्लैकमेल कांड: पीड़ित छात्राओं को मिलेगी आर्थिक सहायता

राजस्थान ब्लैकमेल कांड: पीड़ित छात्राओं को मिलेगी आर्थिक सहायता

शोभना शर्मा, अजमेर। राजस्थान के ब्यावर के बिजयनगर में स्कूली छात्राओं के साथ हुए ब्लैकमेल और धर्मांतरण कांड ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है। इस संवेदनशील मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत की, जिसमें मामले की विस्तृत जानकारी हासिल की गई।

प्रियांक कानूनगो ने इस घटना को “ग्रूमिंग विंग” का हिस्सा बताया, जो एक संगठित तरीके से लड़कियों को निशाना बनाता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सभी आरोपी एक ही धर्म के हैं, जबकि पीड़ित छात्राएं हिंदू समुदाय से संबंधित हैं। आयोग ने इस घटना को बेहद गंभीर और सुनियोजित अपराध मानते हुए तत्काल न्यायिक कार्रवाई और पीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता की मांग की।

पीड़ित छात्राओं के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा

इस भयावह कांड के बाद सामने आई पीड़ित छात्राओं को अब तक कोई आर्थिक सहायता नहीं दी गई थी। प्रियांक कानूनगो ने प्रशासन को निर्देश दिए कि प्रत्येक पीड़िता को तुरंत राहत राशि प्रदान की जाए। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने घोषणा की कि प्रत्येक पीड़िता को ₹20,000 की सहायता राशि दी जाएगी। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अंजली शर्मा ने बताया कि पीड़ित छात्राओं की काउंसलिंग की गई थी और उनकी मानसिक स्थिति को समझने के लिए दोबारा बातचीत की गई। उन्होंने इस घटना को सुनियोजित साजिश करार दिया और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।

नए आरोपियों के नाम उजागर, गिरोह का पर्दाफाश

जांच के दौरान पीड़ित छात्राओं ने कुछ नए आरोपियों के नाम पुलिस को बताए हैं। पुलिस को संदेह है कि यह एक संगठित गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जो लड़कियों को ब्लैकमेल कर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर रहा था। इस मामले में कुछ और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस ने यह भी कहा कि कुछ आरोपी नाबालिग हैं, लेकिन उनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए उन्हें वयस्कों की तरह ट्रायल किए जाने की संभावना है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

पीड़ित छात्राओं की शिक्षा और सुरक्षा पर विशेष जोर

बैठक में पीड़ित छात्राओं की पढ़ाई फिर से शुरू करवाने के लिए विशेष चर्चा हुई। एनएचआरसी ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि पीड़िताओं को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए। इस घटना के बाद पीड़ित परिवारों ने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। वे चाहते हैं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। प्रियांक कानूनगो ने इस मामले में पुलिस से गोपनीय जानकारियां साझा कीं और कहा कि आयोग की टीम इस पर लगातार नजर बनाए रखेगी।

एनएचआरसी ने जताई गहरी चिंता, जल्द न्याय की मांग

प्रियांक कानूनगो ने इस घटना को समाज और सुरक्षा के दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील बताया। उन्होंने कहा कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर न्याय दिलाया जाए और इस तरह के अपराधों पर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई इस तरह का घिनौना कृत्य करने की हिम्मत न करे। इस घटना के मद्देनजर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और आरोपियों को पकड़ने के लिए विभिन्न स्तरों पर जांच कर रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि इस कांड से जुड़े कुछ और बड़े खुलासे हो सकते हैं।

पीड़ितों के परिवारों की मांग: तत्काल न्याय और सुरक्षा

पीड़ित छात्राओं और उनके परिवारों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि इस कांड में शामिल सभी दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। पुलिस प्रशासन ने भी भरोसा दिलाया है कि वे इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। साथ ही, पीड़ितों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए जाएंगे।

post bottom ad

Discover more from MTTV INDIA

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading