मनीषा शर्मा, अजमेर। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दूरदर्शी विज़न और उपमुख्यमंत्री (वित्त) दीया कुमारी के नेतृत्व में पेश किए गए राजस्थान बजट 2024-25 की सराहना की। यह बजट महिलाओं, युवाओं, किसानों, और अन्य सभी वर्गों की उम्मीदों को पूरा करने वाला है और राजस्थान@2047 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए 10 संकल्पों के माध्यम से चहुँमुखी विकास के लिए समर्पित है।
रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत विकसित राजस्थान” के विचार को साकार करने के लिए बजट में स्वच्छ ऊर्जा, जल संरक्षण, और सिंचाई के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रावधान किए गए हैं। संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना पर एक लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जाएंगे, जिससे 40 प्रतिशत जनसंख्या को पेयजल और 2.80 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
ईआरसीपी परियोजना के पहले चरण के लिए 9600 करोड़ रुपए और आगे के कार्यों के लिए 26,800 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया गया है। राज्य में जल संचय प्रणाली विकसित करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपए की लागत से राजस्थान इरिगेशन वॉटर ग्रिड मिशन शुरू किया जाएगा। साथ ही, 30 हजार करोड़ रुपए की लागत से रन ऑफ वॉटर ग्रिड स्थापित किया जाएगा ताकि बरसात और बाढ़ के दौरान व्यर्थ बहने वाले जल का सदुपयोग हो सके।
शेखावाटी में यमुना जल उपलब्धता के लिए 60 करोड़ रुपए की लागत से डीपीआर तैयार की जाएगी, जिससे सीकर, झुंझुनू, और सीकर क्षेत्र के लोगों को पेयजल और सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो सके।