मनीषा शर्मा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 अक्टूबर को जयपुर से राजस्थान में होने वाले सात विधानसभा सीटों के उपचुनाव के प्रचार का आगाज करेंगे। यह जनसभा चाकसू के पास दादिया में आयोजित की जाएगी, जिससे मोदी इन सातों सीटों को साधने की कोशिश करेंगे। खासतौर पर इस जनसभा से जयपुर संभाग की दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा विधानसभा सीटों के प्रत्याशी और कार्यकर्ता मौजूद रह सकते हैं।
ईआरसीपी-पीकेसी परियोजना का शिलान्यास और चुनावी महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) और पार्वती-कालीसिंध-चंबल (पीकेसी) परियोजना का शिलान्यास भी कर सकते हैं। इस परियोजना से प्रदेश के 21 जिलों को पीने और सिंचाई का पानी मिलेगा, जिनमें दौसा और देवली-उनियारा जैसे उपचुनाव वाली सीटें भी शामिल हैं।
ईआरसीपी परियोजना भाजपा के लिए चुनावी दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके जरिए वह पूर्वी राजस्थान के जिलों में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रही है। भाजपा चाहती है कि इस परियोजना के शिलान्यास से मिलने वाले सकारात्मक प्रभाव का लाभ उपचुनाव में उठाया जाए।
कांग्रेस के साथ ईआरसीपी विवाद
गहलोत सरकार ने 2023 के विधानसभा चुनावों में ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग उठाई थी, और इसके लिए करीब 9 हजार करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित किया था। हालांकि, कांग्रेस के इस प्रयास का लाभ उसे चुनाव में नहीं मिल पाया था।
राजस्थान में सरकार बदलने के बाद, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जलशक्ति मंत्रालय की मदद से मध्य प्रदेश के साथ इस परियोजना पर एमओयू (समझौता ज्ञापन) किया है। इससे पहले भी लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा ने इस परियोजना का श्रेय लेने की कोशिश की थी, लेकिन तब इसका कोई खास असर नहीं दिखा था।
भाजपा की चुनावी रणनीति और मोदी की जयपुर रैली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर 2023 को भी दादिया में एक जनसभा को संबोधित किया था। उस समय उनकी एक तस्वीर काफी चर्चित हुई थी, जिसमें उनके बगल में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बैठी थीं, जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दूसरी पंक्ति में बैठे थे।
इस बार, तस्वीर कुछ बदली हुई नजर आ सकती है, क्योंकि पिछली पंक्ति में बैठे भजनलाल शर्मा अब पहली पंक्ति में प्रधानमंत्री के साथ होंगे। भाजपा के लिए यह उपचुनाव बेहद महत्वपूर्ण है, और मोदी की यह जनसभा पार्टी की चुनावी तैयारियों को धार देने का काम करेगी।
दीया कुमारी की भूमिका और महिला सशक्तिकरण का संदेश
25 सितंबर 2023 की जनसभा में दीया कुमारी ने मंच संचालन किया था, जो भाजपा की ओर से महिला सशक्तिकरण का स्पष्ट संदेश था। उस सभा में मंच संचालन से लेकर अन्य जिम्मेदारियां महिला पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने ही संभाली थीं।
भाजपा ने संकेत दिए थे कि अगर प्रदेश में सरकार बनती है, तो दीया कुमारी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। चुनाव के बाद, भाजपा सरकार ने दीया कुमारी को उप मुख्यमंत्री बनाया, जो पार्टी के महिला सशक्तिकरण के संदेश का एक और बड़ा कदम था।
भाजपा की रणनीतिक चाल: ईआरसीपी शिलान्यास और उपचुनाव पर प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ईआरसीपी परियोजना का शिलान्यास भाजपा की चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस परियोजना से पूर्वी राजस्थान के जिलों को पानी की आपूर्ति होगी, जो भाजपा के लिए चुनावी मैदान में एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।
इस परियोजना का लाभ उठाकर भाजपा उपचुनाव में मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करेगी, खासकर दौसा और देवली-उनियारा जैसी सीटों पर, जो इस परियोजना से सीधे तौर पर लाभान्वित होंगी। इसके साथ ही, मोदी की जनसभा में महिला सशक्तिकरण का संदेश भी पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहेगा।