शोभना शर्मा। राजस्थान में इस बार पुलिसकर्मियों ने होली का बहिष्कार करने का बड़ा फैसला लिया है। आमतौर पर होली के एक दिन बाद पुलिसकर्मी अपनी होली मनाते हैं, लेकिन इस बार कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर पद तक के सभी पुलिसकर्मियों ने होली का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। पुलिसकर्मियों का यह विरोध वेतन विसंगति और डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) की मांग को लेकर है।
दरअसल, राजस्थान पुलिसकर्मियों द्वारा सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें वे होली का बहिष्कार करने की बात कर रहे हैं। कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक सभी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। हालांकि, कुछ थानों में संशय की स्थिति बनी हुई है क्योंकि कुछ जगहों पर होली की तैयारी हो रही है, जबकि अन्य थानों में होली को लेकर कोई हलचल नहीं दिखाई दे रही है। बताया जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मी खुलकर विरोध में सामने नहीं आना चाहते।
पुलिसकर्मियों का विरोध और मांगें
राजस्थान पुलिसकर्मियों का कहना है कि उनके वेतन में असमानता है और विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की प्रक्रिया में भी अनियमितताएं हैं। उनका आरोप है कि निचले पद के पुलिसकर्मियों को उनकी मेहनत के अनुसार वेतन और प्रमोशन नहीं मिल रहे हैं। इसके चलते पुलिस लाइन में होली के आयोजन में शामिल होने को लेकर असामंजस्य की स्थिति बनी हुई है।
क्या है वेतन विसंगति का मामला?
वेतन विसंगति की समस्या राजस्थान पुलिस के कांस्टेबल और अन्य निचले स्तर के कर्मचारियों के बीच प्रमुख मुद्दा बनी हुई है।
वेतन संरचना: राजस्थान पुलिस में सिपाही (कांस्टेबल), राजस्व विभाग में पटवारी, और प्रशासनिक सेवा में कनिष्ठ लिपिक का प्रारंभिक वेतनमान 5200 से 20200 के बीच होता है, जिसमें ग्रेड पे 1900 रुपए होती है।
प्रमोशन के बाद स्थिति: 9 साल की सेवा के बाद पटवारी का ग्रेड पे 3200 रुपए हो जाता है और कनिष्ठ लिपिक का 2400 रुपए। लेकिन कांस्टेबल का ग्रेड पे केवल 2000 रुपए तक ही बढ़ता है।
दूसरी पदोन्नति: पटवारी नायब तहसीलदार बनकर 3600 रुपए की ग्रेड पे और कनिष्ठ लिपिक कार्यालय सहायक बनकर 3200 रुपए की ग्रेड पे प्राप्त करता है। वहीं, कांस्टेबल एएसआई बनकर केवल 2400 रुपए की ग्रेड पे प्राप्त करता है।
तीसरी पदोन्नति (27 साल की सेवा के बाद): पटवारी तहसीलदार बनता है और 4200 रुपए की ग्रेड पे प्राप्त करता है। कनिष्ठ लिपिक कार्यालय अधीक्षक बनता है और उसे 3600 रुपए की ग्रेड पे मिलती है। जबकि कांस्टेबल उप निरीक्षक बनकर भी केवल 3600 रुपए की ग्रेड पे पाता है।
विरोध की स्थिति
इस बार पुलिस लाइन में होली का आयोजन होना मुश्किल नजर आ रहा है क्योंकि पुलिसकर्मियों में असंतोष और नाराजगी साफ दिख रही है। कई पुलिस थानों में इस विरोध के कारण होली की तैयारी नहीं की जा रही है। हालांकि, कुछ स्थानों पर होली का आयोजन करने की चर्चा जरूर हो रही है, लेकिन विरोध की स्थिति को देखते हुए आयोजन संभव नहीं दिखता। राजस्थान पुलिस के कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के पुलिसकर्मी वेतन विसंगति और डीपीसी की मांग को लेकर इस बार होली का बहिष्कार कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर चल रहे इस विरोध अभियान ने पूरे राजस्थान में हलचल मचा दी है। सरकार की ओर से अब तक इस विषय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिसकर्मियों की मांगें पूरी होती हैं या नहीं।