मनीषा शर्मा। राजस्थान रॉयल्स ने जयपुर में एक अत्याधुनिक ग्रीन फील्ड स्टेडियम बनाने का फैसला लिया है। इस प्रोजेक्ट पर 1000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा, और यह स्टेडियम न केवल क्रिकेट बल्कि अन्य खेलों के लिए भी बेहतरीन सुविधाओं का केंद्र बनेगा। राजस्थान सरकार और राजस्थान रॉयल्स के बीच इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए समझौता हुआ है।
ग्रीन फील्ड स्टेडियम का महत्व
ग्रीन फील्ड स्टेडियम का मतलब है कि यह पूरी तरह से नए सिरे से, कच्ची जमीन पर बनाया जाएगा। यह स्टेडियम गुजरात के अहमदाबाद में बने नरेंद्र मोदी स्टेडियम की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। इसमें खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। जयपुर में बनने वाला यह स्टेडियम सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, स्विमिंग जैसे खेलों के लिए भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
स्टेडियम की विशेषताएं
इस ग्रीन फील्ड स्टेडियम में सिर्फ खेल की गतिविधियों के लिए नहीं, बल्कि दर्शकों और खिलाड़ियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भी योजनाएं बनाई गई हैं।
अंतरराष्ट्रीय मानकों के कोच और ट्रेनिंग सुविधाएं।
मल्टीस्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जिसमें अलग-अलग खेलों की यूनिट्स।
होटल, क्लब हाउस, और मनोरंजन सुविधाएं।
अत्याधुनिक तकनीक से युक्त बायोमेट्रिक और सुरक्षा व्यवस्था।
हरित ऊर्जा और पर्यावरण के अनुकूल निर्माण।
पीपीपी मोड पर होगा काम
राजस्थान सरकार इस प्रोजेक्ट को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर संचालित करेगी। इस मॉडल के तहत निजी और सरकारी साझेदारी से स्टेडियम का निर्माण और संचालन किया जाएगा। खेल विभाग के सचिव नीरज कुमार पवन ने बताया कि स्टेडियम निर्माण के लिए भूमि आवंटन का कार्य प्रगति पर है। राजस्थान रॉयल्स ने झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में कुछ जगहों को उपयुक्त पाया है, और इसके लिए सरकार से चर्चा की जाएगी।
सरकारी संपत्तियों का उपयोग नहीं
नीरज कुमार पवन ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार किसी भी निजी प्रबंधन को सरकारी संपत्तियां जैसे सवाई मानसिंह स्टेडियम, विद्याधर नगर स्टेडियम, केएल सैनी स्टेडियम, या चौप स्टेडियम नहीं सौंपेगी। ये सभी स्टेडियम जनता की संपत्ति हैं और जनता के लिए ही उपलब्ध रहेंगे। राजस्थान रॉयल्स जयपुर में नया स्टेडियम पूरी तरह से अलग स्थान पर बनाएगी।
मुफ्त ट्रेनिंग की योजना
सरकार इस प्रोजेक्ट के तहत होनहार खिलाड़ियों को मुफ्त ट्रेनिंग देने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच और अत्याधुनिक सुविधाओं में प्रशिक्षण मिलेगा। स्टेडियम प्रबंधन अपने स्तर पर राजस्व उत्पन्न कर सकेगा, लेकिन सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि योग्य खिलाड़ियों को आवश्यक सहयोग मिले।
एक्सपर्ट्स के साथ संचालन
स्टेडियम और ग्राउंड्स के संचालन के लिए विशेषज्ञों को जोड़ा जाएगा। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में पहले से ही पंकज सिंह स्पोर्ट्स एकेडमी और सुरभि मिश्रा स्क्वैश एकेडमी जैसे प्राइवेट पार्टनर्स सक्रिय हैं। इसी मॉडल पर राजस्थान रॉयल्स के साथ अन्य ग्राउंड्स को भी विकसित और संचालित करने की योजना है।
खेलों को मिलेगा बढ़ावा
यह स्टेडियम न केवल भारत बल्कि दुनियाभर के खिलाड़ियों को आकर्षित करेगा। खिलाड़ियों को वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने और सीखने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही स्थानीय युवाओं को बेहतर सुविधाएं और अवसर मिलेंगे, जिससे राज्य में खेलों को नई ऊंचाई मिलेगी।