शोभना शर्मा। राजस्थान राज्य महिला आयोग द्वारा मंगलवार को अजमेर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में अजमेर संभाग के विभिन्न जिलों से आई महिलाओं ने अपनी समस्याएं और परिवेदनाएं आयोग के समक्ष प्रस्तुत कीं। आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने बताया कि महिला आयोग राज्य के सभी संभागों में महिलाओं की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के लिए जनसुनवाई का आयोजन कर रहा है।
अजमेर में आयोजित इस जनसुनवाई में पारिवारिक कलह, दहेज उत्पीड़न, संपत्ति विवाद, यौन उत्पीड़न और बलात्कार जैसे गंभीर मामलों से जुड़ी शिकायतें सामने आईं। आयोग ने इन सभी प्रकरणों को धैर्यपूर्वक सुना और हर महिला को उनकी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
25 हजार से अधिक प्रकरण निस्तारित
महिला आयोग की अध्यक्ष रेहाना रियाज चिश्ती ने जानकारी दी कि आयोग को विभिन्न माध्यमों से प्रतिदिन औसतन पांच प्रकरण प्राप्त होते हैं। पिछले तीन वर्षों में आयोग ने 11,609 नए प्रकरण प्राप्त किए हैं। इन प्रकरणों के साथ पहले से लंबित मामलों को मिलाकर कुल 25,248 प्रकरणों का निस्तारण किया जा चुका है।
वर्तमान में आयोग के पास 2,564 प्रकरण प्रक्रियाधीन हैं। आयोग ने इन सभी मामलों को जल्द से जल्द सुलझाने का संकल्प लिया है ताकि पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल सके।
महिलाओं ने रखीं गंभीर समस्याएं
अजमेर की जनसुनवाई में आई महिलाओं ने पारिवारिक विवाद, दहेज उत्पीड़न और संपत्ति से जुड़े विवाद जैसे मामलों के अलावा यौन उत्पीड़न और बलात्कार जैसे गंभीर अपराधों की शिकायतें दर्ज कराईं। महिला आयोग ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया।
आयोग की कार्यप्रणाली पर जोर
महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताया कि जनसुनवाई के माध्यम से महिलाओं को न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं का समाधान करने की प्रक्रिया को तेज किया गया है। आयोग द्वारा महिलाओं को तुरंत राहत देने के लिए संबंधित विभागों और अधिकारियों को निर्देश दिए जाते हैं। साथ ही, आयोग की टीमें इन मामलों की निगरानी करती हैं ताकि हर महिला को समय पर न्याय मिल सके।
महिलाओं की समस्याओं को सुनने का मंच
जनसुनवाई का यह मंच महिलाओं को अपनी आवाज उठाने और न्याय पाने का अवसर प्रदान करता है। इस प्रक्रिया के दौरान आयोग महिलाओं की समस्याओं को न केवल सुनता है बल्कि उनके समाधान के लिए प्रभावी कदम भी उठाता है।
आयोग का संकल्प
रेहाना रियाज चिश्ती ने कहा कि महिला आयोग महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और उनके लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि आयोग के प्रयासों से राज्य में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है।