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राजस्थान 2030 तक बनेगा 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था

राजस्थान 2030 तक बनेगा 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था

मनीषा शर्मा। राजस्थान को 2030 तक 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य पर मंगलवार को जयपुर में सीआईआई राजस्थान एनुअल सेशन और कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उद्योग, वित्त और पर्यटन क्षेत्र के विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और राज्य की आर्थिक संभावनाओं पर गहन चर्चा की।

राजस्थान की मौजूदा अर्थव्यवस्था करीब 210 बिलियन डॉलर की है और इसे 2030 तक 350 बिलियन डॉलर तक ले जाने के लिए 10% की वार्षिक वृद्धि दर बनाए रखना आवश्यक होगा। इस सम्मेलन में राजस्थान की आर्थिक नीतियों, औद्योगिक विकास, पर्यटन क्षेत्र के विस्तार और निवेशकों के अनुकूल माहौल को लेकर विचार-विमर्श किया गया।

राजस्थान में निवेश के लिए अनुकूल माहौल

राजस्थान के उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री कृष्ण कुमार के.के. विश्नोई ने बताया कि राज्य में पर्यटन, खनन, लॉजिस्टिक्स और सौर ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। राजस्थान में दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरिडोर (DMIC) और रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के चलते लॉजिस्टिक्स सेक्टर को तेजी से विकसित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सरकार “विकसित भारत @2047” के विजन को ध्यान में रखते हुए “विकसित राजस्थान @2047” पहल को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे राज्य में व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे लाखों रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

सरकार निवेश नियमों को बनाएगी सरल

राजस्थान सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उद्योगों के लिए प्रक्रियाओं को सरल बना रही है। उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव और रीको लिमिटेड के चेयरमैन अजिताभ शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार “आवश्यकता, वैधता और आनुपातिकता” के सिद्धांतों के आधार पर निवेश नियमों में बदलाव कर रही है।

सरकार की योजना है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को और अधिक मजबूत किया जाए, ताकि निवेशकों को अनावश्यक कानूनी बाधाओं का सामना न करना पड़े। इस पहल से राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश को बढ़ावा मिलेगा और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।

पर्यटन क्षेत्र में बढ़ेगा निवेश

राजस्थान पर्यटन विभाग भी राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। पर्यटन सचिव रवि जैन ने बताया कि राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान पर्यटन क्षेत्र में 1,400 से अधिक एमओयू साइन हुए हैं। इससे ना सिर्फ राज्य में निवेश बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे

इसके अलावा, जयपुर में आगामी आईफा अवॉर्ड्स 2024 का आयोजन राज्य के पर्यटन को और मजबूती देगा। इससे विदेशी और घरेलू पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा, जिससे राज्य के होटल, ट्रांसपोर्ट और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को आर्थिक लाभ मिलेगा।

2030 तक 350 बिलियन डॉलर का लक्ष्य कैसे हासिल होगा?

सीआईआई पैनल ऑन एनर्जी, रिन्यूएबल एनर्जी और वाटर के संयोजक सुकेत सिंघल ने बताया कि राजस्थान को 2030 तक 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचाने के लिए हर साल 10% की जीडीपी वृद्धि बनाए रखनी होगी।

राजस्थान की अनुमानित जीडीपी वृद्धि दर 2024-25 के लिए 12.02% है, जो भारत की औसत वृद्धि दर 7.2% से अधिक है। यह राज्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इसे निवेशकों के लिए उपयुक्त समय माना जा रहा है।

विकास के मुख्य क्षेत्र:

  • खनन एवं खनिज संसाधन: राजस्थान में दुनिया के प्रमुख खनिज भंडार हैं, जिनका सही उपयोग अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मदद करेगा।

  • सौर और नवीकरणीय ऊर्जा: राजस्थान पहले से ही भारत में सौर ऊर्जा के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, और इसमें आगे अपार संभावनाएं हैं।

  • लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक कॉरिडोर: DMIC और रेलवे फ्रेट कॉरिडोर से औद्योगिक इकाइयों को फायदा मिलेगा।

  • पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी: ऐतिहासिक धरोहर, महल, रेगिस्तानी पर्यटन और इवेंट टूरिज्म को बढ़ावा देकर विदेशी निवेश आकर्षित किया जाएगा।

  • आईटी और स्टार्टअप इकोसिस्टम: जयपुर, उदयपुर और कोटा में स्टार्टअप हब विकसित किए जा रहे हैं।

सीआईआई राजस्थान एनुअल रिपोर्ट 2024-25 जारी

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम के दौरान “राजस्थान को 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने” पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी जारी की गई। इसके अलावा, सीआईआई राजस्थान एनुअल रिपोर्ट 2024-25 को भी लॉन्च किया गया, जिसमें राज्य की आर्थिक स्थिति, निवेश अवसरों और विकास योजनाओं का विस्तृत विश्लेषण किया गया है।

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