शोभना शर्मा। राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र इस बार काफी रोचक और विवादों से भरा हुआ नजर आ रहा है। जहां विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है, वहीं बीजेपी विधायक भी अपनी ही सरकार से सवाल पूछ रहे हैं। खास बात यह है कि NDA गठबंधन में शामिल सहयोगी पार्टियों के विधायक भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। हाल ही में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के विधायक सुभाष गर्ग ने लोहागढ़ किले का मुद्दा सदन में उठाया था, जिसके बाद उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाया गया। गर्ग ने इस पर कहा कि अपनी ही सरकार से सवाल पूछने पर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। अब इसी तर्ज पर बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने भी अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
बीजेपी विधायक ने रामबाग गोल्फ क्लब मामले में उठाए सवाल
शुक्रवार (7 मार्च) को विधानसभा में बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा से सवाल किए और UDH विभाग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “मैंने रामबाग गोल्फ क्लब का मुद्दा पहले भी उठाया था। उस समय सरकार ने तीन घोषणाएं की थीं—दिल्ली की तर्ज पर क्लब को संचालित किया जाएगा और इसमें हुई अनियमितताओं की जांच SOG से कराई जाएगी। लेकिन अब तक कुछ भी नहीं हुआ।” सराफ का कहना है कि सरकार ने वादा किया था कि क्लब को सुव्यवस्थित किया जाएगा, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
नगरीय विकास मंत्री ने क्या दिया जवाब?
विधानसभा में जब कालीचरण सराफ ने इस मुद्दे को उठाया तो नगरीय विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने जवाब देते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद बाकी घोषणाओं को पूरा किया जाएगा।” लेकिन सराफ उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे और दोबारा बोले, “अब तो कर देना, जिससे हमारी बात खराब नहीं हो।”
रामबाग गोल्फ क्लब में अनियमितताओं का आरोप
यह पहला मौका नहीं है जब रामबाग गोल्फ क्लब को लेकर विवाद उठा है। पहले भी इस क्लब में गड़बड़ी और अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने सरकार से SOG (Special Operations Group) से जांच कराने की मांग की थी, लेकिन इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसी कारण सराफ ने इस मुद्दे को फिर से विधानसभा में उठाया और अपनी ही सरकार पर निष्क्रियता का आरोप लगाया।
NDA सहयोगी दल भी उठा रहे हैं सरकार के खिलाफ सवाल
सिर्फ बीजेपी के विधायक ही नहीं, बल्कि NDA गठबंधन की सहयोगी पार्टियों के विधायक भी सरकार से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। हाल ही में RLD विधायक सुभाष गर्ग ने लोहागढ़ किले के मुद्दे को सदन में उठाया था। उनके सवाल पर सरकार की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई और उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाया गया। इस पर गर्ग ने कहा, “अगर मैं अपने क्षेत्र की समस्याओं को सदन में उठाता हूं तो इसमें गलत क्या है? अपने ही लोगों के लिए सवाल करने पर मुझे निशाना बनाया जा रहा है।”
सरकार के सामने विपक्ष और अपने विधायकों की चुनौती
राजस्थान विधानसभा के इस सत्र में सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि अब विपक्ष के साथ-साथ खुद उनके ही विधायक भी सवाल उठा रहे हैं।
विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है।
बीजेपी के विधायक सरकार से सवाल कर रहे हैं।
NDA की सहयोगी पार्टियां भी सरकार से असंतुष्ट दिख रही हैं।
क्या सरकार कार्रवाई करेगी?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि सरकार इन मामलों पर क्या कदम उठाएगी?
- क्या रामबाग गोल्फ क्लब की SOG जांच होगी?
- क्या लोहागढ़ किले विवाद को लेकर कोई समाधान निकलेगा?
- क्या बीजेपी अपने असंतुष्ट विधायकों को संतुष्ट कर पाएगी?
सरकार के लिए यह सत्र आसान नहीं रहने वाला है। अगर विपक्ष और खुद बीजेपी के विधायक सरकार पर सवाल उठाते रहे, तो आने वाले समय में यह बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।