मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने एग्जाम में जालसाजी और फोटों टेंपरिंग के मामलों पर रोक लगाने के उद्देश्य से वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) प्रक्रिया में एक बड़ा बदलाव किया है। अब अभ्यर्थियों को रजिस्ट्रेशन के दौरान वेब कैम के माध्यम से लाइव फोटो कैप्चर करानी होगी। इस पहल से न केवल डमी उम्मीदवारों पर लगाम लगेगी, बल्कि फोटों अपलोडिंग के दौरान होने वाली गलतियों पर भी रोक लगेगी। आयोग के सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि यह नया कदम अभ्यर्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए है। अब, जिन उम्मीदवारों ने पहले से वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) करवा रखा है, वे भी यदि उनकी फोटो अस्पष्ट है, तो उसे एक बार फिर से लाइव कैप्चर कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें केवल एक बार मौका मिलेगा।
लाइव फोटो कैप्चर की प्रक्रिया
नई OTR प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों को OTR ई-केवाईसी सेक्शन में जाकर “लाइव फोटो कैप्चर” लिंक पर क्लिक करना होगा। इसके बाद 5 सेकंड के टाइमर के बाद अभ्यर्थियों को अपनी पलकें दो से तीन बार झपकानी होंगी। यदि फोटो बंद आंखों के साथ कैप्चर होती है, तो इसे दोबारा कैप्चर करने का विकल्प मिलेगा।
फोटो लेते समय अभ्यर्थियों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा:
सीधा कैमरे की तरफ देखें।
चश्मा पहनने वाले अभ्यर्थी चश्मे के साथ फोटो कैप्चर कराएंगे, लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि चश्मे पर रोशनी का प्रतिबिंब न हो जिससे फोटो अस्पष्ट हो।
बैकग्राउंड साफ और स्पष्ट हो।
धुंधली या अंधेरे में ली गई फोटो स्वीकार्य नहीं होगी।
फोटो सब्मिट करने की प्रक्रिया
जब तक स्पष्ट और सुस्पष्ट फोटो कैप्चर नहीं हो जाती, अभ्यर्थी दोबारा प्रयास कर सकते हैं। लेकिन एक बार जब वे ओटीपी के माध्यम से वेरिफिकेशन के बाद फोटो फाइनल सब्मिट कर देंगे, तो यह अंतिम होगी और इसके बाद कोई बदलाव की अनुमति नहीं होगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग
आयोग द्वारा इस नई प्रक्रिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी उपयोग किया जाएगा ताकि परीक्षा के दौरान की गई वीडियोग्राफी में उपस्थित अभ्यर्थी की पहचान OTR में कैप्चर की गई फोटो से मेल खाई जा सके। इससे उन अभ्यर्थियों पर भी कड़ी नजर रखी जा सकेगी जो एग्जाम में किसी प्रकार की जालसाजी करने का प्रयास करते हैं।
उम्मीदवारों की जिम्मेदारी
फोटो सब्मिट करने से पहले अभ्यर्थियों को एक चेक बॉक्स में यह प्रमाणित करना होगा कि वे सभी दिशा-निर्देशों को पढ़ चुके हैं और वे जानते हैं कि OTR में अपलोड की गई फोटो का उपयोग परीक्षा प्रवेश पत्र और आवेदन पत्र में भी होगा।
यह भी उल्लेख करना जरूरी होगा कि यदि उनकी फोटो अस्पष्ट है या उनकी पहचान स्पष्ट नहीं होती है, तो उन्हें परीक्षा से वंचित किया जा सकता है। इसके अलावा, यदि फोटो में पर्याप्त रोशनी नहीं है, वह धुंधली है, आंखें बंद हैं, या फोटो आड़ी-तिरछी है, तो आवेदन भी निरस्त किया जा सकता है।
पूर्व की प्रक्रिया
पहले, उम्मीदवारों को OTR प्रक्रिया में फोटो अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होती थी। जब उम्मीदवार आयोग की भर्तियों के लिए आवेदन करते थे, तब वे अपनी फोटो अपलोड करते थे। इस प्रक्रिया में कई बार गलत फोटों अपलोड होने की समस्याएं आती थीं, जिसके कारण कई अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था।
अब, वन टाइम रजिस्ट्रेशन के समय ही लाइव फोटो कैप्चर होने से यह समस्या खत्म हो जाएगी और अभ्यर्थी को आवेदन के समय फोटो अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी। आवेदन करते समय उनकी लाइव फोटो स्वतः ही अपलोड हो जाएगी।
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा यह बदलाव न केवल फोटों टेंपरिंग और जालसाजी को रोकने में सहायक होगा, बल्कि यह प्रक्रिया परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की सही पहचान सुनिश्चित करने में भी मदद करेगी। आयोग की यह नई प्रक्रिया उम्मीदवारों के लिए अधिक पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, जिससे परीक्षाओं में निष्पक्षता बनी रहेगी।
इस प्रक्रिया से उम्मीदवारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने वन टाइम रजिस्ट्रेशन के दौरान सभी आवश्यक दिशानिर्देशों का सही पालन करें ताकि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।