शोभना शर्मा। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) में 2021 की सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बड़े खुलासे किए हैं। गिरफ्तार किए गए पांच ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों (SI) में से तीन ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्हें पेपर अनिल मीणा उर्फ शेरसिंह मीणा और यूनिक भांबू से मिला था। ये दोनों पेपर लीक गैंग के प्रमुख सदस्य हैं, जिनमें शेरसिंह पहले से ही सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में गिरफ्तार है, जबकि यूनिक भांबू जेईएन भर्ती पेपर लीक में पकड़ा गया था।
शोभा राईका: 5वीं रैंक से SOG टेस्ट में फेल तक का सफर
SOG ने इस मामले में गिरफ्तार RPSC के पूर्व सदस्य रामू राम राईका की बेटी शोभा राईका और बेटे देवेश राईका का भी टेस्ट लिया। यह टेस्ट उन आरोपों की पुष्टि करने के लिए किया गया, जो पेपर लीक मामले में उन पर लगाए गए थे। जांच में सामने आया कि शोभा राईका, जिन्होंने RPSC के इंटरव्यू में 50 में से 34 अंक प्राप्त कर 5वीं रैंक हासिल की थी, ने SOG के टेस्ट में मात्र 200 में से 24 अंक हिंदी में और 200 में से 34 अंक सामान्य ज्ञान में प्राप्त किए। यह अंतर साफ तौर पर पेपर लीक के आरोपों को मजबूती देता है।
पूर्व RPSC सदस्य रामू राम राईका की भूमिका पर सवाल
SOG की जांच के दौरान यह भी पता चला कि जब 2021 में यह पेपर हुआ था, तब रामू राम राईका RPSC के सदस्य थे। उन्होंने इस मामले में अपने पद का दुरुपयोग किया हो सकता है। शोभा राईका और देवेश राईका ने SOG को अब तक यह नहीं बताया कि उन्हें पेपर कहां से मिला था। इस पर SOG गहनता से जांच कर रही है।
ट्रेनी SI की जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
SOG ने पांचों गिरफ्तार ट्रेनी SI के 2021 के पेपर के नंबरों की भी जांच की। इन पांचों के नंबर अत्यधिक चौंकाने वाले थे। जब SOG ने दोबारा पेपर लिया, तो ये लोग 20 प्रतिशत भी अंक नहीं ला सके। इससे यह स्पष्ट होता है कि पेपर लीक से उन्हें लाभ हुआ था।
इंटरव्यू पैनल में बाबू लाल कटारा की संलिप्तता
इस मामले में एक और महत्वपूर्ण कड़ी है बाबू लाल कटारा, जो कि RPSC के पूर्व सदस्य हैं और सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक में गिरफ्तार हो चुके हैं। कटारा शोभा राईका के इंटरव्यू पैनल में भी थे, जो आयोग की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। SOG की जांच इस दिशा में भी गहराई से चल रही है।
आगे की जांच
इस पेपर लीक मामले ने RPSC जैसी प्रतिष्ठित संस्था की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आयोग के पूर्व सदस्य की बेटी शोभा राईका का SOG टेस्ट में फेल होना, इस बात का संकेत है कि पेपर लीक गैंग ने किस प्रकार से भर्ती प्रक्रियाओं में हेरफेर किया। SOG इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही है, जिससे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।
आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज की जा रही है और कोर्ट में पेश किए गए पांचों ट्रेनी SI को रिमांड पर लेकर SOG उनसे पूछताछ कर रही है। इस मामले की गहराई से जांच से उम्मीद है कि आयोग की विश्वसनीयता को बहाल किया जा सकेगा और दोषियों को सजा मिलेगी।