मनीषा शर्मा, अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) अब डिजिलॉकर के माध्यम से कैंडिडेट्स की डिग्री, मार्कशीट और अन्य शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच करेगा। इससे भर्ती प्रक्रिया को तेज किया जा सकेगा और फर्जी दस्तावेजों पर रोक लगेगी। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग ने RPSC को डिजिलॉकर का एक्सेस प्रदान कर दिया है। इससे पहले आयोग की टीम को डिजिलॉकर के उपयोग और इसके फायदे समझाने के लिए एक ट्रेनिंग दी गई थी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद RPSC को डिजिलॉकर सिस्टम में ऑनबोर्ड कर दिया गया।
डिजिलॉकर से कैसे होगा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन?
RPSC सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि डिजिलॉकर की मदद से अब कैंडिडेट्स के सभी शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच नेशनल एकेडमिक डिपॉजिटरी (NAD) से की जाएगी।
डिजिलॉकर पर उपलब्ध दस्तावेज:
✔ आधार कार्ड
✔ 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
✔ ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री
✔ अन्य प्रमाण-पत्र (Certificate)डिजिलॉकर में अपलोड किए गए सभी दस्तावेज सीधे संबंधित प्राधिकरण (जैसे CBSE, राज्य बोर्ड, विश्वविद्यालय आदि) द्वारा प्रमाणित होते हैं। ऐसे में दस्तावेजों को बार-बार सत्यापित करने की जरूरत नहीं होगी।
फर्जी डिग्री पर लगेगी रोक
डिजिलॉकर एक्सेस मिलने के बाद अब कोई भी कैंडिडेट फर्जी डिग्री या मार्कशीट के सहारे भर्ती नहीं हो पाएगा।
➡ पहले आयोग को दस्तावेजों की जांच के लिए संबंधित विश्वविद्यालयों और शिक्षा बोर्ड से संपर्क करना पड़ता था, जिससे काफी समय लगता था।
➡ डिजिलॉकर से यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी और भर्ती परीक्षा के दौरान कैंडिडेट्स की पहचान और प्रमाण-पत्रों की सत्यता तुरंत पता चल जाएगी।
➡ इससे भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और समय की भी बचत होगी।
भर्ती प्रक्रिया होगी तेज
अब डिजिलॉकर के उपयोग से RPSC की भर्ती परीक्षाओं में लगने वाला समय काफी हद तक कम हो जाएगा।
🔹 पहले डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में हफ्तों लगते थे, लेकिन अब यह काम कुछ ही मिनटों में पूरा हो सकता है।
🔹 डिजिलॉकर से सत्यापित दस्तावेजों की तुरंत पुष्टि हो जाने से भर्ती प्रक्रिया तेज और सरल होगी।
🔹 इससे RPSC परीक्षाओं और उनके इंटरव्यू शेड्यूल में भी तेजी लाई जा सकेगी।RPSC सचिव रामनिवास मेहता ने बताया कि RAS परीक्षा-2023 के इंटरव्यू 21 अप्रैल 2025 से शुरू होंगे। डिजिलॉकर के आने से अब इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम पहले से ज्यादा तेज हो सकेगा।