मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर आरटीओ प्रथम ने राजस्व संग्रह में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस वित्तीय वर्ष में 1307 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड राजस्व अर्जित किया गया, जो अब तक का सबसे अधिक कलेक्शन है। इससे पहले, जब जयपुर जिले के लिए केवल एक ही आरटीओ कार्यालय था, तब भी इतनी बड़ी राशि का संग्रह नहीं हो पाया था।
रेवेन्यू बढ़ाने के लिए चला सख्त अभियान
आरटीओ प्रथम अधिकारी राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस साल कंपाउंड फीस (सीएफ) में भी ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई। पहली बार सीएफ 36 करोड़ के पार पहुंचा, जबकि केवल मार्च महीने में यह 10 करोड़ से अधिक रहा।
नॉन-ओटीटी श्रेणी में भी मार्च में 112 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले 121 करोड़ का रेवेन्यू अर्जित किया गया।
ऑपरेशन कवच का असर
राजस्व संग्रह को बढ़ाने के लिए “ऑपरेशन कवच” के तहत विभिन्न प्रकार के अवैध और नियम विरुद्ध वाहनों पर कार्रवाई की गई। इसमें शामिल थे:
- ओवरलोड वाहन
- दूसरे राज्यों के अवैध वाहन
- बिना नंबर प्लेट गाड़ियां
- काले शीशे वाले वाहन
- अवैध मॉडिफाइड गाड़ियां
इस अभियान के कारण ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में कमी आई और संगठित अपराधों पर भी कड़ा नियंत्रण देखने को मिला।
छह महीनों में सख्त कार्रवाई
पिछले छह महीनों में ई-रिक्शा, मिनी बस, ओवरलोड, ओवर प्रोजेक्शन और अवैध वाहनों पर लगातार कार्रवाई की गई। इस अभियान में इंस्पेक्टर्स ने पूरी ताकत झोंक दी, जिसका असर अब जयपुर की सड़कों पर भी साफ दिखाई देने लगा है।
नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ता जयपुर आरटीओ
आरटीओ जयपुर प्रथम की इस ऐतिहासिक उपलब्धि से साफ है कि ट्रैफिक नियमों के पालन और राजस्व वृद्धि के लिए उठाए गए कड़े कदम सफल रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी इसी तरह के अभियान जारी रहेंगे, जिससे जयपुर में ट्रैफिक सिस्टम को और अधिक मजबूत किया जा सके।