मनीषा शर्मा। अजमेर जिले के रूपनगढ़ क्षेत्र में प्रॉपर्टी विवाद को लेकर हुई हत्या और फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस घटना में शामिल मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस इनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। अजमेर एसपी वंदिता राणा ने शुक्रवार को मामले का खुलासा किया और जानकारी दी कि हत्या और फायरिंग की वारदात में इस्तेमाल किए गए 10 वाहन भी जब्त कर लिए गए हैं।
घटना का पूरा मामला
यह घटना प्रॉपर्टी विवाद से जुड़ी है, जिसमें रूपनगढ़ में फायरिंग कर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। इस वारदात से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। पुलिस ने इस मामले में BRC ग्रुप से जुड़े 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों में से 6 आरोपी घटना के दौरान मौके पर मौजूद थे, जबकि 4 अन्य आरोपी इस घटना के षड्यंत्र में शामिल थे।
गिरफ्तार आरोपी
अजमेर एसपी वंदिता राणा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपियों में शामिल हैं:
- नंदलाल उर्फ नंदा (44) – बांदासिंदरी निवासी
- रामदेव (29) – रूपनगर निवासी
- अर्जुन लाल (30) – रूपनगर निवासी
- कमलेंद्र उर्फ कैलाश (32) – दूदू निवासी
- आसम खां (43) – जिला अलवर निवासी
- मुकेश (22) – रूपनगर निवासी
इसी के साथ, षड्यंत्र में शामिल 4 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है:
- रामजीलाल (34) – बांदासिंदरी निवासी
- रतनलाल (33) – बांदासिंदरी निवासी
- नरेंद्र (23) – बांदासिंदरी निवासी
- शिवराज (41) – बांदासिंदरी निवासी
फरार आरोपी और इनाम की घोषणा
एसपी वंदिता राणा ने जानकारी दी कि इस मामले में अभी भी 5 मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस इनकी तलाश में लगातार प्रयास कर रही है। फरार आरोपियों में बलभराम के दो भतीजे भी शामिल हैं, जो इस हत्याकांड में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इसके अलावा, एक और व्यक्ति जिसका नाम राजवीर फौजी है, उस पर भी फायरिंग करने का आरोप है। राजवीर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई हैं।
बलभराम से होगी पूछताछ
रूपनगढ़ हत्याकांड में शामिल आरोपियों की जांच के साथ ही पुलिस जेल में बंद बलभराम से भी पूछताछ करेगी। बलभराम इस प्रॉपर्टी विवाद में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति है और उसके द्वारा दी गई जानकारी से मामले में नए सिरे से जांच को गति मिल सकती है।
पूर्व मुकदमों की भी होगी समीक्षा
इस केस में सरपंच के खिलाफ पहले से दर्ज मामलों की भी समीक्षा की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इन मुकदमों की भी नए सिरे से जांच की जाएगी ताकि पूरे मामले का पर्दाफाश किया जा सके। पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि इस हत्याकांड में किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा और सभी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वारदात में इस्तेमाल वाहन और प्रॉपर्टी जांच
पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल किए गए 10 वाहन जब्त किए हैं। इसके साथ ही पुलिस इन आरोपियों की प्रॉपर्टी से जुड़े दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इन आरोपियों को और कौन-कौन से लोग सहयोग कर रहे थे।