शोभना शर्मा। राजस्थान के मालपुरा के एसडीएम अमित चौधरी ने अपने जीवन में कई संघर्षों का सामना किया है। वह 2019 बैच के राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) अधिकारी हैं और वर्तमान में टोंक जिले के मालपुरा में एसडीएम के पद पर तैनात हैं। उनकी तैनाती के दौरान कई विवाद हुए, लेकिन सबसे बड़ी घटना देवली उनियारा उपचुनाव के दौरान हुई, जब निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मतदान केंद्र पर उन्हें थप्पड़ मार दिया था। यह घटना न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही। इस विवाद के बाद भी चौधरी ने अपना ध्यान अपने करियर और यूपीएससी की तैयारी पर केंद्रित रखा। हाल ही में उन्होंने यूपीएससी मेंस परीक्षा पास कर ली है और अब आईएएस बनने के लिए इंटरव्यू की तैयारी में जुटे हैं।
अमित चौधरी का करियर और प्रशासनिक सेवा में सफर
अमित चौधरी मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के निवासी हैं। उनकी प्रशासनिक यात्रा 2019 में राजस्थान प्रशासनिक सेवा में चयन के साथ शुरू हुई। उन्होंने विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दीं, जिनमें डूंगरपुर, बूंदी, झालावाड़ और नागौर शामिल हैं। अभी वह मालपुरा में एसडीएम के पद पर कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, लेकिन देवली उनियारा उपचुनाव के दौरान हुई थप्पड़ कांड की घटना ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित कर दिया।
थप्पड़ कांड: चुनावी विवाद और उसकी कानूनी कार्रवाई
देवली उनियारा विधानसभा के उपचुनाव के दौरान मतदान केंद्र पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा और एसडीएम अमित चौधरी के बीच विवाद हुआ। यह विवाद उस समय बढ़ गया जब मीणा ने चौधरी को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के बाद चौधरी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। नरेश मीणा को इस मामले में गिरफ्तार किया गया और वर्तमान में वे टोंक जेल में बंद हैं। उनकी जमानत याचिका दो बार खारिज हो चुकी है। यह घटना लोकतांत्रिक प्रक्रिया और प्रशासनिक अधिकारी की गरिमा पर हुए हमले के रूप में देखी गई।
यूपीएससी की तैयारी: अमित चौधरी का दूसरा प्रयास
एसडीएम अमित चौधरी ने पहले भी यूपीएससी की परीक्षा दी थी। हालांकि, पिछले प्रयास में वह इंटरव्यू राउंड में असफल रहे। इस बार मेंस परीक्षा पास करने के बाद उन्होंने इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर दी है। चौधरी का कहना है कि इस बार वह इंटरव्यू में सफल होंगे और आईएएस अधिकारी बनने का अपना सपना पूरा करेंगे।
अमित चौधरी का प्रशासनिक अनुभव
अमित चौधरी का प्रशासनिक अनुभव विविध और चुनौतीपूर्ण रहा है। उन्होंने झालावाड़, डूंगरपुर, और नागौर जैसे विभिन्न जिलों में एसडीएम के रूप में कार्य किया है। वर्तमान में वह मालपुरा में एसडीएम हैं।