मनीषा शर्मा । दौसा जिले की श्यालावास जेल से शनिवार रात 2 बजे एक कैदी ने जयपुर कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पूरे राजस्थान में 125 जेलों में पुलिस और जेल स्टाफ ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सोमवार को प्रदेश की 15 जेलों में सर्च अभियान चलाया गया, जिसमें विभिन्न जिलों की जेलों की सुरक्षा की जांच की गई।
जोधपुर की हाई सिक्योरिटी सेंट्रल जेल में तलाशी के दौरान एक मोबाइल बरामद हुआ। वार्ड संख्या 10 की बैरक संख्या 2 की छत पर इस मोबाइल को छिपाया गया था। अलवर सेंट्रल जेल में ASP तेजपाल और ADM वीरेंद्र आर्य के नेतृत्व में 70 से अधिक पुलिसकर्मियों ने सर्च अभियान चलाया, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। यह रूटीन चेकअप था, जो हर महीने होता है।
बाड़मेर जेल में ASP जसाराम बोस और SDM समुद्रसिंह के नेतृत्व में सर्च ऑपरेशन हुआ। यहाँ भी कोई संदिग्ध वस्तु या मोबाइल नहीं मिला, लेकिन जेल में क्षमता से अधिक बंदी पाए गए। जेल बैरकों की क्षमता 158 है, जबकि वर्तमान में 250 से अधिक बंदी हैं।
डीजी जेल राजेश निर्वाण ने बताया कि प्रदेश की जेलों की सुरक्षा के लिए उच्च स्तरीय जांच करवाई जा रही है और बड़े स्तर पर बदलाव किए जाएंगे। जेल विभाग नई एसओपी तैयार करेगा और बार-बार मिल रही शिकायतों के आधार पर स्टाफ में बदलाव किया जाएगा। सभी जेल अधीक्षकों को सर्च करने के आदेश दिए गए हैं और सर्च अभियान जारी रहेगा।