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शीला शेखावत का ऐलान: गोगामेड़ी के न्याय के लिए आंदोलन तैयार

शीला शेखावत का ऐलान: गोगामेड़ी के न्याय के लिए आंदोलन तैयार

शोभना शर्मा। राजस्थान की राजनीति और सामाजिक संगठनों में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का एक महत्वपूर्ण स्थान है। इसके अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi)  की जयपुर में 5 दिसंबर 2024 को हत्या कर दी गई थी, और यह घटना करणी सेना और उनके समर्थकों के लिए एक गहरा आघात थी। इस दुखद घटना के लगभग एक साल बाद, उनकी पहली पुण्यतिथि पर 5 दिसंबर 2025 को गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) में उनकी मूर्ति का अनावरण और एक स्मारक का उद्घाटन किया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन करणी सेना के सहयोग से हो रहा है, और इसके लिए सर्व समाज को आमंत्रण दिया जा रहा है। उनकी पत्नी शीला शेखावत (Sheela Shekhawat) प्रदेशभर में घूमकर लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दे रही हैं।

शीला शेखावत ने सोमवार को बाड़मेर में मीडिया से बात करते हुए अपने पति के मर्डर केस को लेकर अपनी नाराजगी और आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने कहा कि सरकार और NIA ने उन्हें यह आश्वासन दिया था कि हत्या के आरोपी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा को जल्द ही पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना था कि यदि इन गैंगस्टर्स के खिलाफ तुरंत कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो करणी सेना के सदस्य अपने तरीके से न्याय की मांग करेंगे। उनके अनुसार, “अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम छोड़ेंगे नहीं। हमें रास्ता जाम करना पड़े या भूख हड़ताल पर बैठना पड़े, हम न्याय के लिए लड़ेंगे।”

गोगामेड़ी की हत्या की जांच में अब तक कई प्रगति हुई है। इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट पेश कर दी है, जिसमें गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के नाम शामिल हैं। कहा जा रहा है कि ये दोनों कनाडा में हैं, लेकिन उनकी गिरफ्तारी अब तक संभव नहीं हो पाई है। शीला शेखावत ने इस मामले को लेकर सरकार और जांच एजेंसियों के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि अगर जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो करणी सेना आंदोलन करेगी। उनके अनुसार, “हमने एक साल इंतजार किया है, लेकिन अब आगे कोई गड़बड़ होती है तो करणी सेना अपने हिसाब से चलेगी। सेना के सदस्य क्या करेंगे, यह तो समय बताएगा।”

यह केवल एक साधारण हत्या का मामला नहीं है, बल्कि एक ऐसी घटना है जिसने राजस्थान में राजपूत समाज के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। करणी सेना के सदस्य और समर्थक गोगामेड़ी की हत्या को अपने स्वाभिमान और सामाजिक सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा मानते हैं। यही वजह है कि 5 दिसंबर को गोगामेड़ी में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को लेकर लोगों में उत्साह के साथ-साथ न्याय के लिए जागरूकता भी है।

मूर्ति अनावरण और स्मारक स्थल का उद्घाटन

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना की ओर से गोगामेड़ी में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मूर्ति स्थापित की जाएगी। इस मूर्ति के अनावरण के साथ एक स्मारक का उद्घाटन भी किया जाएगा, जो उनके योगदान और संघर्षों को समर्पित होगा। यह स्मारक राजपूत समाज और करणी सेना के सदस्यों के लिए एक प्रेरणा स्रोत होगा और गोगामेड़ी के अनुयायियों को न्याय के लिए लड़ने की प्रेरणा देगा।

शीला शेखावत ने इस आयोजन के पोस्टर का विमोचन भी किया और कहा कि यह स्मारक न केवल करणी सेना के सदस्यों बल्कि सभी समाजों के लिए प्रेरणादायक होगा। उन्होंने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का योगदान समाज के प्रति बहुत बड़ा था, और उनका सम्मान करते हुए उनकी स्मृति को बनाए रखना हम सबका कर्तव्य है। उनकी हत्या के बाद जिस तरह से करणी सेना ने एकजुट होकर आवाज उठाई है, वह इस स्मारक के माध्यम से और भी मजबूती से समाज के सामने आएगी।

गैंगस्टर लॉरेंस से कोई संबंध नहीं

शीला शेखावत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पर इनाम रखने वाले लोगों से करणी सेना का कोई संबंध नहीं होने की स्पष्टता भी व्यक्त की। हाल ही में क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी। इस मुद्दे पर शीला शेखावत ने कहा कि इस तरह के किसी भी इनाम की घोषणा से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। उनका संगठन इस तरह के इनाम से अलग है, और उनकी सोच में करणी सेना का कोई योगदान नहीं है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि “हमारा लॉरेंस पर इनाम रखने वालों से कोई सरोकार नहीं है। उनके संगठन की नीतियां और उनके निर्णय अलग हैं। हमारे संगठन का उद्देश्य सिर्फ न्याय पाना है। हमारे पति को लाखों लोग चाहते थे, और उनकी हत्या का बदला लेने के लिए हम न्यायिक रास्ते को प्राथमिकता देंगे।”

आगामी आंदोलन और न्याय की लड़ाई

शीला शेखावत ने स्पष्ट किया कि अगर जल्द ही गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो करणी सेना के सदस्यों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा। उनका कहना है कि समाज के लिए न्याय की मांग करना हमारा अधिकार है, और इस संघर्ष को हम पूरी तरह से न्यायिक दायरे में रहकर करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आगे की रणनीति बनाने के लिए करणी सेना के सदस्य मिलकर एक योजना बनाएंगे।

गोगामेड़ी की हत्या के मामले में सरकार और एनआईए ने जांच की है, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के कारण शीला शेखावत का गुस्सा बरकरार है। उन्होंने कहा कि करणी सेना के सदस्य इस मामले को गंभीरता से लेते हैं और इस मामले में न्याय की मांग को लेकर किसी भी हद तक जा सकते हैं। उनका कहना है कि “सरकार ने हमें भरोसा दिया था कि गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा को पकड़कर या तो उनका एनकाउंटर किया जाएगा या उन्हें फांसी की सजा दी जाएगी। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।”

5 दिसंबर का कार्यक्रम: सर्व समाज का न्योता

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पहली पुण्यतिथि पर 5 दिसंबर 2025 को गोगामेड़ी में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में सभी समाजों को आमंत्रित किया गया है। यह समारोह न केवल गोगामेड़ी के प्रति आदर भाव को दर्शाता है, बल्कि समाज में एकजुटता का संदेश भी देगा। इस कार्यक्रम में मूर्ति अनावरण और स्मारक स्थल के उद्घाटन के साथ गोगामेड़ी के कार्यों और उनके योगदान को सम्मानित किया जाएगा।

शीला शेखावत इस कार्यक्रम के लिए प्रदेशभर में घूमकर लोगों को न्योता दे रही हैं और उनसे अपील कर रही हैं कि वे इस आयोजन में शामिल होकर गोगामेड़ी को श्रद्धांजलि अर्पित करें। उनके अनुसार, यह आयोजन समाज को एकजुट करने और न्याय की मांग में करणी सेना का समर्थन देने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।

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