राजस्थान में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। एसओजी ने जांच में पेपर लीक, माफिया, गैंग के सदस्यों और अभ्यर्थियों की मिलीभगत का कच्चा चिट्ठा खोला है। हालांकि सरकार ने अभी तक परीक्षा रद्द नहीं की है, लेकिन एसओजी ने पेपर लीक मानते हुए एफआईआर दर्ज कर लिया है। 16 अभ्यर्थियों सहित 40 आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है और 30 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
एसओजी का कहना है कि इस मामले में अभी कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। इसके अलावा, 8 चयनित थानेदारों ने नौकरी ज्वाइन नहीं की। पुलिस मुख्यालय ने इन सभी की नियुक्ति रद्द कर दी है। इनमें से अधिकतर अभ्यर्थी वही हैं जिन्होंने पेपर लीक करके लिखित परीक्षा पास की थी। इनमें से राजेंद्र यादव उर्फ राजू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसओजी ने बताया कि और भी कई संदिग्ध अभ्यर्थी हैं जो सब इंस्पेक्टर भर्ती में चयनित हो चुके हैं। उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।
गौरतलब है कि फर्जीवाड़ा करके चयनित हुए थानेदारों को समाज और कोचिंग सेंटर ने फूल मालाओं से लाद दिया था और उन्हें समाज की प्रतिभा का तमगा दिया था। लेकिन अब यह पता चला है कि वे तो फर्जीवाड़े से थानेदार बने थे। इस खुलासे के बाद लोगों में उनके कृत्य के प्रति घृणा है।
यह घटना राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ा झटका है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
यह खबर निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:
- यह दर्शाता है कि एसओजी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में गंभीर है।
- यह युवाओं को भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के खतरों के बारे में जागरूक करता है।
यह खबर निम्नलिखित प्रश्नों को उठाती है:
- क्या सरकार भर्ती परीक्षा को रद्द करेगी?
- क्या एसओजी इस मामले में सभी दोषियों को गिरफ्तार कर सकेगी?