मनीषा शर्मा । राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक और अफीम तस्करी मामले में एसओजी की रिमांड पर चल रहे ओमप्रकाश विश्नोई ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ओमप्रकाश ने बताया कि उसने सिरसी रोड पर एक किराये का फ्लैट लेकर अपने परिचितों सहित 30 से अधिक अभ्यर्थियों को पेपर बेचा। इन अभ्यर्थियों से विश्नोई ने ढाई करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की थी।
ओमप्रकाश ने बताया कि वह भूपेन्द्र सारण गैंग से जुड़ा था और अफीम तस्करी के साथ-साथ पेपर लीक का भी बड़ा नेटवर्क खड़ा किया था। प्रतियोगी परीक्षाओं की घोषणा होते ही उसका नेटवर्क सक्रिय हो जाता था। गैंग के सदस्य कोचिंग, हॉस्टल और चाय की दुकानों पर जाकर पैसे वाले छात्रों को चिह्नित करते थे और पेपर बेचने की जानकारी देते थे।
ओमप्रकाश ने बताया कि उसने 14-15 सितंबर 2021 को जयपुर के सोडाला स्थित शांति नगर स्कूल से यूनिक भामू के माध्यम से लीक हुए पेपर को भूपेंद्र सारण से खरीदकर बेचा था। एसओजी की टीमें ओमप्रकाश द्वारा बताए गए स्थानों की जांच कर रही हैं।
ओमप्रकाश ने 2001 से 2011 तक बीएसएफ में सेवा की थी, लेकिन अफीम तस्करी में मोटी कमाई देखकर उसने नौकरी छोड़ दी। 2019 में उसने भैराराम और महेंद्र कुमार के साथ मिलकर 22 किलो अफीम की तस्करी की थी। जब अफीम लूट की बात सामने आई, तो उसने दोनों की हत्या कर दी।
ओमप्रकाश और हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबेल ने मिलकर करीब 50 एसआई को लीक पेपर पढ़वाकर भर्ती परीक्षा में पास करवाया। एसओजी की पूछताछ में यह भी सामने आया कि ओमप्रकाश अफीम को नॉर्थ ईस्ट से मंगवाकर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब तक सप्लाई करता था।
यह खुलासा साबित करता है कि पेपर लीक और अफीम तस्करी के मामले में ओमप्रकाश ने एक बड़ा नेटवर्क खड़ा किया था, जिससे कई अभ्यर्थियों और तस्करों की मिलीभगत सामने आई है।