शोभना शर्मा। राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सरकारी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थियों को बैठाकर परीक्षा पास कराने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। एसओजी के एडीजी वीके सिंह के अनुसार, ये गिरफ्तारियां पटवारी भर्ती परीक्षा से जुड़े एक केस के तहत की गई हैं। आरोपी महेश मीणा और दीपक मीणा ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कई सरकारी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थियों को बैठाकर अपने रिश्तेदारों और जानकारों को पास करवाया था।
डमी अभ्यर्थियों का गिरोह
इस गिरोह ने उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021, पटवारी भर्ती परीक्षा 2021, और एलडीसी भर्ती परीक्षा 2021 में डमी अभ्यर्थी बैठाकर कई लोगों को पास करवाया था। गिरफ्तार आरोपियों के साथ मिलकर इस धोखाधड़ी को अंजाम देने वालों में मनीष मीणा और दिनेश मीणा भी शामिल हैं। गिरोह के प्रमुख सदस्य रोशनलाल मीणा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जो इन परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी के रूप में बैठता था।
सरकारी नौकरियों में धोखाधड़ी
महेश मीणा और दीपक मीणा ने अपने रिश्तेदारों और जानकारों को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए डमी अभ्यर्थी के रूप में रोशनलाल मीणा को इन परीक्षाओं में बैठाया। उदाहरण के तौर पर, दीपक मीणा की जगह उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में रोशनलाल मीणा बैठा था, जिसके चलते दीपक परीक्षा में सफल हो गया। इसी प्रकार, दीपक के भाई मनीष मीणा की जगह भी रोशनलाल इंटरव्यू और लिखित परीक्षा में बैठा था, जिससे मनीष का उप निरीक्षक पद पर चयन हो गया।
फरार आरोपी और गिरोह का सरगना
इस घोटाले का मुख्य सरगना मनीष मीणा है, जो फरार चल रहा है और इस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। मनीष और रोशनलाल ने मिलकर अपने रिश्तेदारों और जानकारों को विभिन्न सरकारी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी के माध्यम से पास कराया। दिनेश मीणा और सागर मीणा भी इस गिरोह में शामिल थे, जो फिलहाल फरार हैं और इनके खिलाफ पुलिस द्वारा कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया गया है। दिनेश मीणा पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में महेश कुमार मीणा और दीपक कुमार मीणा शामिल हैं। महेश कुमार मीणा सवाईमाधोपुर के गंगपुर में फूलवाड़ा का रहने वाला है और वर्तमान में लिपिक ग्रेड-11 के पद पर वाणिज्यिक कर विभाग, दौसा में कार्यरत था। दीपक कुमार मीणा, दौसा जिले के लालसोट तहसील के इन्दावा का निवासी है और यह भी सरकारी पद पर कार्यरत था।
गिरफ्तारियां और पुलिस कार्रवाई
एसओजी द्वारा की गई इस कार्रवाई में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है—रोशनलाल मीणा, महेश मीणा, और दीपक मीणा। फरार आरोपियों मनीष मीणा, दिनेश मीणा, और सागर मीणा के खिलाफ पुलिस द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं।
गिरोह की अन्य गतिविधियां
इस गिरोह ने सिर्फ उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा तक ही सीमित नहीं रहते हुए, पटवार सीधी भर्ती परीक्षा और अन्य सरकारी नौकरियों के लिए भी डमी अभ्यर्थी बैठाने का काम किया। उदाहरण के लिए, कंचनलाल मीणा और सागर मीणा की जगह पटवार सीधी भर्ती परीक्षा में भी रोशनलाल मीणा को बैठाया गया था, जिससे इन दोनों का चयन हुआ।
एसओजी का बयान
एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य उद्देश्य विभिन्न सरकारी परीक्षाओं में धोखाधड़ी कर लोगों को पास करवाना था। मनीष मीणा और उसका गिरोह इस कार्य में काफी समय से संलग्न थे और उन्होंने कई लोगों को सरकारी नौकरियों में गलत तरीके से प्रवेश दिलाया। एसओजी की टीम इस मामले में और भी गिरफ्तारियां करने की कोशिश कर रही है।
राजस्थान की एसओजी द्वारा सरकारी परीक्षाओं में डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा पास कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। इस गिरोह के कई सदस्य पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि कुछ फरार हैं। यह मामला सरकारी नौकरियों में हो रही धोखाधड़ी को लेकर एक गंभीर संकेत है, और पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है।