शोभना शर्मा। हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का अपना एक अलग महत्व है हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर माह में एक अमावस्या होती है।
सोमवती अमावस्या क्या है
वह अमावस्या जो सोमवार के दिन होती है उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। अमावस्या होने के कारण इस दिन चांद दिखाई नहीं देता है साथ ही इस दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है।
मान्यताएं
ऐसा कहा जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य को अर्क देने का विशेष महत्व है, इस दिन पितरों का तर्पण करने से उन्हें बैकुंठ की प्राप्ति होती है, इतना ही नहीं इस दिन किए हुए दान का विशेष महत्व है ऐसा माना जाता है की सोमवती अमावस्या के दिन दान आदि करने से घर में सुख और समृद्धि का वास रहता है।
हिंदू वर्ष का अंतिम दिन
चैत्र अमावस्या हिंदू विक्रम संवत का आखिरी दिन होता है विक्रम संवत को सामान्य भाषा में हिंदू पंचांग भी कहा जाता है।
सोमवती अमावस्या 2024
वर्ष 2024 में चैत्र माह की अमावस्या सोमवती अमावस्या है जो 8 अप्रैल को सुबह 3:11 मिनट से शुरू होकर रात को 11:51 पर समाप्त होगी।