शोभना शर्मा। अजमेर डिस्कॉम आने वाले समय में पूरे क्षेत्र में स्पॉट बिलिंग प्रक्रिया लागू करने की तैयारी कर रहा है। इस नई प्रणाली के अंतर्गत उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के तुरंत बाद मौके पर ही बिजली बिल उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल की शुरुआत किशनगढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में की गई है, जिसे प्रबंध निदेशक के.पी. वर्मा ने समीक्षा के दौरान सराहा और इसे तेजी से लागू करने के निर्देश दिए।
पंचशील स्थित डिस्कॉम मुख्यालय में एमडी के.पी. वर्मा की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें स्पॉट बिलिंग के पायलट प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की गई। एमडी ने अधीक्षण अभियंता (आईटी) को निर्देश दिए कि उपभोक्ताओं को इस नई प्रणाली के बारे में जागरूक करने के लिए एसएमएस और अन्य माध्यमों का उपयोग किया जाए। इससे उपभोक्ता, मीटर रीडर के घर आने पर असहज महसूस न करें।
बैठक के दौरान बीसीआईटीएस स्मार्टर सॉल्यूशन्स के प्रतिनिधि वेंकटेश ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्पॉट बिलिंग प्रणाली की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डेटा माइग्रेशन, हार्डवेयर सप्लाई और स्टाफ ट्रेनिंग जैसे कार्य प्रगति पर हैं। किशनगढ़ के पायलट प्रोजेक्ट में मिली सफलता को देखते हुए, यह योजना जल्द ही अजमेर डिस्कॉम के 17 सर्किलों में लागू की जाएगी। वेंकटेश ने कहा कि अप्रैल 2025 तक इसे सभी सर्किलों में पूरी तरह लागू करने का लक्ष्य है।
एमडी वर्मा ने अधिकारियों को बताया कि स्पॉट बिलिंग से बिजली चोरी रोकने, बिजली खपत की निगरानी, बिलिंग की सटीकता और विभाग की आय में वृद्धि जैसी कई महत्वपूर्ण फायदे होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रक्रिया से उपभोक्ताओं की संतुष्टि और विभाग की दक्षता में वृद्धि होगी। उन्होंने संबंधित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिलाने और समय पर परियोजना को पूरा करने पर जोर दिया।
बीसीआईटीएस कंपनी ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत किशनगढ़ के साथ-साथ अजमेर डिस्कॉम के अन्य सात सर्किलों (अजमेर, ब्यावर, केकड़ी, डीडवाना-कुचामन, झुंझुनूं, राजसमंद और उदयपुर) के कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान कर दी है। कंपनी के प्रतिनिधियों ने अधिकारियों के सवालों का समाधान करते हुए सिस्टम को अधिक प्रभावी और उपभोक्ता हितैषी बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
अप्रैल 2025 तक यह प्रणाली पूरी तरह से अजमेर डिस्कॉम के सभी सर्किलों में लागू हो जाएगी। यह कदम उपभोक्ताओं के लिए बिजली बिलिंग प्रक्रिया को सरल, तेज और पारदर्शी बनाने के साथ-साथ डिस्कॉम की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होगा। स्पॉट बिलिंग से उपभोक्ताओं को तुरंत बिल मिलने के साथ बिजली चोरी रोकने और विभाग की आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।