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राइजिंग राजस्थान समिट: वसुंधरा, किरोड़ी और दीया कुमारी के बयान

राइजिंग राजस्थान समिट: वसुंधरा, किरोड़ी और दीया कुमारी के बयान

मनीषा शर्मा। राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2024’ ने राज्य में आर्थिक और औद्योगिक विकास के नए द्वार खोल दिए हैं। समिट में देश-विदेश के 5,000 से अधिक व्यापारिक प्रतिनिधि और निवेशक शामिल हुए। इस कार्यक्रम ने न केवल निवेश के अवसर प्रस्तुत किए, बल्कि राजस्थान की कला, संस्कृति, और आर्थिक संभावनाओं को विश्व के सामने रखा।

समिट में कई नेताओं और मंत्रियों ने अपने विचार साझा किए। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि समिट से राजस्थान की अर्थव्यवस्था और रोजगार में सकारात्मक बदलाव आएंगे। उन्होंने कहा, “मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि यह सब जल्दी जमीन पर आए। अगले चार सालों में राजस्थान को फलते-फूलते देखना एक सपना है।”

राजे ने इस समिट को राजस्थान के विकास का एक मजबूत आधार बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लिए एक विस्तृत खाका पेश किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राजस्थान नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।

किरोड़ी लाल मीणा ने दी सरकार को सराहना

डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने समिट में अपने उत्साहपूर्ण विचार साझा किए। जब उनसे पूछा गया कि वे इस समिट में किस रूप में आए हैं, तो उन्होंने कहा, “यह मुख्यमंत्री से पूछिए।” उन्होंने समिट के उत्सव जैसे माहौल की तारीफ की और कहा कि यह अवसर राजस्थान के आर्थिक और औद्योगिक विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

मीणा ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और पूर्वी राजस्थान कैनाल परियोजना (ERCP) जैसे प्रोजेक्ट्स से राज्य को भारी लाभ होगा। उन्होंने बताया कि ERCP का 15% हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र के लिए आरक्षित है, जिससे पूर्वी राजस्थान को नई संभावनाएं मिलेंगी।

दीया कुमारी: सरकार ने लिया बड़ा चैलेंज

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने समिट के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “राजस्थान में असीम संभावनाएं हैं। सरकार के पहले साल में ही इतने बड़े आयोजन को अंजाम देना एक बड़ा चैलेंज था। लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया।”

उन्होंने कहा कि निवेशकों में जबरदस्त उत्साह है और कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MOU) पहले ही हो चुके हैं। आने वाले समय में पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में निवेश बढ़ने की उम्मीद है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

गजेंद्र सिंह शेखावत: संभावनाओं के द्वार पर खड़ा राजस्थान

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान को निवेशकों के लिए एक आदर्श स्थान बताया। उन्होंने कहा, “राजस्थान मिनिरल, केमिकल, टूरिज्म और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए उपयुक्त है। दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर और एक्सप्रेसवे की मौजूदगी औद्योगिक विकास के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करती है।”

उन्होंने मौजूदा भजनलाल सरकार की नौ नई नीतियों की भी सराहना की, जो निवेशकों के लिए बनाई गई हैं।

भागीरथ चौधरी: ऊर्जा और कृषि उद्योग की संभावनाएं

केंद्रीय कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा, “राजस्थान में क्षेत्रफल की दृष्टि से न केवल अपार भूमि उपलब्ध है, बल्कि यहां सूर्य ऊर्जा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की भी भरमार है।” उन्होंने इसे एग्रीकल्चर और इंडस्ट्री के लिए सुनहरा अवसर बताया।

चौधरी ने कहा कि राजस्थान की जलवायु और संसाधन इसे कृषि और ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए आदर्श बनाते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पिछली एक साल की उपलब्धियों की प्रशंसा की।

उद्योग मंत्री: लाल फीता शाही को लाल कारपेट से बदला

उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने समिट को राजस्थान के लिए एक नए युग की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा, “हमने निवेशकों के लिए लाल फीता शाही को खत्म कर दिया है और उनके लिए लाल कारपेट बिछा दिया है। यह समिट राज्य के युवाओं, महिलाओं और हर वर्ग के लिए रोजगार के अवसर लाएगी।”

राइजिंग राजस्थान: निवेश और रोजगार का भविष्य

राइजिंग राजस्थान समिट 2024 ने राज्य को निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित किया है। पर्यटन, ऊर्जा, कृषि, और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाओं ने राजस्थान को आर्थिक विकास की दिशा में मजबूत कदम उठाने के लिए प्रेरित किया है।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी, और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य नेताओं के विचारों ने इस समिट की सफलता और महत्व को रेखांकित किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में यह आयोजन राजस्थान को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास है।

 

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