शोभना शर्मा, अजमेर। राजस्थान के विधायक गोपाल शर्मा ने नए वर्ष पर एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बांग्लादेश की यात्रा की। यह पहली बार था जब राजस्थान का कोई विधायक भारत से बांग्लादेश पहुंचा। गोपाल शर्मा ने इस यात्रा के दौरान प्रताड़ित हिंदू समुदाय के हालातों को नजदीक से देखा और वहां की समस्याओं को समझने का प्रयास किया।
बांग्लादेश यात्रा की शुरुआत
एमटीटीवी इंडिया की सुपर एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में गोपाल शर्मा ने बताया की वे बांग्लादेश में तीन दिन तक रहे और अपनी पहचान छुपाकर हिंदू मंदिरों और समुदायों से जुड़े। उन्होंने ढाकेश्वरी माता मंदिर के दर्शन किए, जहां वे पारंपरिक कुर्ता-पायजामा पहनकर पहुंचे। मंदिर के अंदर वे छह अन्य दर्शनार्थियों के साथ शामिल हुए। यह वही मंदिर है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पहले दर्शन किए थे।
प्रताड़ित हिंदुओं की स्थिति
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है। गोपाल शर्मा ने देखा कि गांवों में हिंदू मंदिरों को लाठियों और सरियों से तोड़ा जा रहा है। स्थानीय हिंदू समुदाय का कहना है कि उन्हें अब किसी से कोई उम्मीद नहीं है। मंदिरों तक पहुंचने में भी डर का माहौल है, यहां तक कि टैक्सी ड्राइवर भी उन्हें मंदिर तक ले जाने से कतराते हैं।
ढाका यूनिवर्सिटी और लव जिहाद पर चर्चा
गोपाल शर्मा ने ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों से भी मुलाकात की और ‘लव जिहाद’ जैसे संवेदनशील विषयों पर चर्चा की। उन्होंने यह पाया कि हिंदू महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं अधिक हो रही हैं।
चीन और पाकिस्तान का प्रभाव
बांग्लादेश में चीन का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। चीन ने वहां के युवाओं को भारत विरोधी बनाने के लिए ब्रेनवाश करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान की तुलना में चीन का दखल ज्यादा प्रभावशाली हो गया है।
भारत में घुसपैठ की समस्या
बांग्लादेश में सुरक्षा और स्थायित्व की कमी के चलते वहां के लोग भारत में घुसपैठ करना चाहते हैं। वे मानते हैं कि भारत में उन्हें ज्यादा सुरक्षा मिल सकती है।