शोभना शर्मा। राजस्थान में 11 साल के लंबे इंतजार के बाद फार्मासिस्ट बनने का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के नेतृत्व में बेरोजगार युवाओं के लिए मिशन मोड पर काम किया जा रहा है। सीफू (सीनियर फार्मास्यूटिकल यूनिट) द्वारा फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया के अनुभव पुनर्सत्यापन का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। उम्मीद है कि जनवरी 2025 के अंत या फरवरी 2025 में अंतिम वरीयता सूची जारी कर दी जाएगी।
भर्ती प्रक्रिया: चुनौतीपूर्ण सफर
फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया 2023 में कई चुनौतियों से भरी रही। इसमें कानूनी पेचीदगियां, चुनावी आचार संहिता, राज्य से बाहर के आवेदकों के दस्तावेज सत्यापन और सीमित संसाधन जैसी समस्याएं शामिल थीं। इन बाधाओं के बावजूद, चिकित्सा विभाग और सीफू ने समयबद्ध तरीके से भर्ती प्रक्रिया को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा। सरकार की मंशा है कि फरवरी में आयोजित ‘रोजगार उत्सव’ में चयनित फार्मासिस्टों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए जाएं। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि फार्मेसी एक्ट 1948 की पालना भी सुनिश्चित होगी।
फार्मेसी एक्ट 1948 की पालना और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
फार्मासिस्ट के 3067 पदों पर नियुक्ति से राज्य के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) से लेकर मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों तक स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार होगा।
मरीजों को मिलेगा फायदा: दवा वितरण केंद्रों पर फार्मासिस्टों की नियुक्ति के बाद, मरीजों को दवाओं की सही डोज, उपयोग का तरीका और संभावित साइड इफेक्ट की जानकारी मिल सकेगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता: इस भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पदस्थापन प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।
फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया का सफर
फार्मासिस्ट भर्ती का सफर 2023 में शुरू हुआ था।
25 अप्रैल, 2023: सीफू ने 3067 पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की।
24-26 अगस्त, 2023: दस्तावेज सत्यापन के लिए डेढ़ गुना अभ्यर्थियों को बुलाया गया।
5 जुलाई, 2024: अस्थायी वरीयता सूची जारी की गई।
8-14 जनवरी, 2025: शपथ पत्र अपलोड करने का समय दिया गया।
जनवरी 2025: अनुभव पुनर्सत्यापन का कार्य जारी है।
फरवरी 2025: अंतिम वरीयता सूची जारी होने की संभावना।
पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया
चिकित्सा विभाग ने फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाने के लिए पोर्टल आधारित पदस्थापन प्रणाली अपनाई है। पहले की तरह डेंटल, ईसीजी टेक्नीशियन, नर्सिंग ऑफिसर और अन्य मेडिकल कैडर की तरह फार्मासिस्टों का पदस्थापन भी पोर्टल के जरिए होगा। इससे उम्मीदवारों को अपनी नियुक्ति की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक करने की सुविधा मिलेगी।
“चिकित्सा विभाग का प्रयास जारी”
चिकित्सा विभाग के निदेशक डॉ. एस.एस. अग्रवाल के अनुसार, “फार्मासिस्टों के दस्तावेजों के सत्यापन का काम अंतिम चरण में है। विभाग फरवरी 2025 में अंतिम वरीयता सूची जारी करने की पूरी कोशिश कर रहा है।”