मनीषा शर्मा। जयपुर के अजमेर रोड पर विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी के काफिले को ओवरटेक कर वीडियो बनाने का प्रयास करने वाले चार युवकों को बगरू थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में कार में सवार पांचवें व्यक्ति, जो नाबालिग था, को बाल सुधार गृह भेजा गया है। इन युवकों की हरकतें काफिले की सुरक्षा के लिए खतरा बन गई थीं।
रील बनाने की सनक में काफिले का पीछा
10 दिसंबर को विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी जयपुर से अजमेर जा रहे थे। उनके काफिले को अजमेर रोड पर महापुरा क्षेत्र में आई20 कार (RJ 45 K 3385) से बार-बार ओवरटेक किया गया। कार में पांच युवक सवार थे।
इन युवकों ने काफिले का पीछा करते हुए वीडियो बनाने की कोशिश की। उनकी गाड़ी काफिले के आगे-पीछे लहराते हुए चल रही थी, जिससे सुरक्षा बल सतर्क हो गए।गार्ड द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कट मारते हुए तेजी से गाड़ी भगा दी। इस घटना के बाद तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित किया गया, और जयपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में नाकेबंदी कर दी गई।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार के अनुसार, गाड़ी के नंबर के आधार पर मंगलवार रात को ही आरोपियों को डिटेन कर लिया गया। बगरू थाना पुलिस ने इस घटना में शामिल चार युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
- गणेश सैनी (18), निवासी मोहल्ला तकिया बस स्टैंड, बगरू।
- राहुल कुमावत (23), निवासी जाजोरा की ढाणी, फतेहपुर बेगस।
- साहिल कुमावत (18), निवासी जाजोरा की ढाणी, फतेहपुर बेगस।
- लोकेश यादव (19), निवासी सुल्तानों की ढाणी, बगरू।
इनके साथ मौजूद नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया है। सभी आरोपी बगरू थाना क्षेत्र के निवासी हैं।
काफिले की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना सुरक्षा में लापरवाही और रील बनाने की सनक के कारण काफिले की सुरक्षा को चुनौती देने वाली है। पुलिस अधिकारियों ने इस पर सख्त कदम उठाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। विधानसभा स्पीकर के काफिले की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि युवकों ने काफिले की सुरक्षा को हल्के में लिया और गैर-जिम्मेदाराना हरकतें कीं। इसके चलते उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया के लिए जानबूझकर खतरा
रील बनाने के लिए काफिले को ओवरटेक करना और वीडियो बनाना यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने की सनक किस हद तक खतरनाक हो सकती है। इस घटना ने ना केवल काफिले की सुरक्षा में बाधा डाली बल्कि सड़क पर अन्य यात्रियों के लिए भी खतरा पैदा किया।