शोभना शर्मा। जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) अपने क्षेत्र को लगभग दोगुना करने की तैयारी में है। इसके तहत जयपुर के 14 तहसीलों के 633 गांव को JDA में शामिल किया जाएगा। इस विस्तार के बाद JDA का कुल क्षेत्रफल 3000 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 6000 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा, जिससे जयपुर और उसके आसपास के इलाकों में बुनियादी सुविधाओं में बड़ा सुधार होगा।
इस निर्णय को हाल ही में JDA आयुक्त आनंदी की अध्यक्षता में आयोजित अधिकृत समिति की बैठक में मंजूरी दी गई। इसके बाद JDA की टीम इन सभी गांवों का राजस्व रिकॉर्ड और नामांतरण (नाम ट्रांसफर) सर्वे कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई गांव छूट न जाए।
JDA क्षेत्र बढ़ने से क्या होंगे फायदे?
इस विस्तार से इन 633 गांवों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलने की संभावना है। JDA द्वारा नियंत्रित क्षेत्र में आने के बाद इन गांवों को बेहतर सड़कें, जल आपूर्ति, बिजली, सीवरेज और अन्य आधारभूत ढांचे उपलब्ध कराए जाएंगे।
JDA में शामिल होने के बाद इन गांवों के संपत्ति मूल्य में भी बढ़ोतरी होगी, क्योंकि उन्हें योजनाबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा। इसके अलावा, यहां नए रिहायशी और वाणिज्यिक प्रोजेक्ट आने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
जल्द तैयार होगा नया मास्टर प्लान 2047
JDA इन गांवों को अपने क्षेत्र में शामिल करने की पूरी प्रक्रिया संपन्न होने के बाद राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजेगा। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद JDA इन गांवों को अपनी सीमा में शामिल करने की अधिसूचना जारी करेगा।
इसके बाद JDA इन गांवों को 2047 के मास्टर प्लान में शामिल कर नए विकास की रूपरेखा तैयार करेगा। इससे जयपुर शहर का नियोजित विकास संभव होगा और भविष्य में ट्रैफिक, अव्यवस्थित बस्तियों और अवसंरचनात्मक समस्याओं को कम करने में मदद मिलेगी।
जयपुर के विकास को मिलेगा नया आयाम
JDA द्वारा इस बड़े विस्तार के बाद जयपुर एक अधिक सुव्यवस्थित और आधुनिक शहर बनने की ओर अग्रसर होगा। बढ़ते शहरीकरण को ध्यान में रखते हुए JDA का यह फैसला बेहद अहम है, जिससे जयपुर और उसके आसपास के गांवों में तेजी से विकास होगा और जीवनस्तर बेहतर होगा।