मनीषा शर्मा। जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े विभिन्न अस्पतालों में अधीक्षक पद के लिए हुए इंटरव्यू के परिणाम जल्द जारी किए जाने की उम्मीद है। कावंटिया, गणगौरी, सैटेलाइट बनीपार्क, एसएमएस और जेके लोन हॉस्पिटल में अधीक्षक पद के लिए कुल 11 डॉक्टरों ने इंटरव्यू दिए हैं। इनमें से एसएमएस हॉस्पिटल के अधीक्षक पद के लिए डॉक्टरों ने विशेष रूप से अधिक रुचि दिखाई है।
एसएमएस हॉस्पिटल में बदलाव की संभावना
सूत्रों के मुताबिक, एसएमएस हॉस्पिटल के मौजूदा अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी को हटाने की संभावना जताई जा रही है। डॉ. भाटी को करीब पांच महीने पहले इस पद पर नियुक्त किया गया था, लेकिन उनकी कार्यशैली को लेकर असंतोष के कारण सरकार इस पद पर बदलाव करने पर विचार कर रही है। कुछ समय पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की एसएमएस हॉस्पिटल में जांच के दौरान मरीजों और उनके परिजनों ने हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को लेकर शिकायत की थी, जिससे यह बदलाव और भी संभावित हो गया है।
तीन डॉक्टर्स के पैनल पर हो रही चर्चा
एसएमएस हॉस्पिटल के अधीक्षक पद के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल तैयार किया गया है। इस पैनल में पहला नाम न्यूरोलॉजी विभाग की सीनियर प्रोफेसर और एचओडी डॉ. भावना शर्मा का है। दूसरा नाम अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग धाकड़ का है, और तीसरा नाम आरयूएचएस में कार्यरत फार्माकोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. लोकेन्द्र शर्मा का है।
जेके लोन हॉस्पिटल में भी बदलाव की तैयारी
इधर, जेके लोन हॉस्पिटल में भी अधीक्षक पद पर बदलाव की तैयारी की जा रही है। डॉ. कैलाश मीना, जिन्हें करीब डेढ़ साल पहले अधीक्षक नियुक्त किया गया था, के समय में कुछ विवादास्पद घटनाएं हुई थीं, जिनमें प्लाज्मा चोरी का मामला भी शामिल है। इन विवादों के कारण सरकार अब उन्हें इस पद से हटाने की योजना बना रही है।
इंटरव्यू में शामिल डॉक्टर
इस अधीक्षक पद के इंटरव्यू में डॉ. अनुराग धाकड़, डॉ. बी.पी. मीना, डॉ. भावना शर्मा, डॉ. गोवर्धन मीना, डॉ. कैलाश कुमार मीना, डॉ. लोकेन्द्र शर्मा, डॉ. महेन्द्र कुमार बैनाड़ा, डॉ. राजेन्द्र सिंह तंवर, डॉ. सुरेश सिंह दमाच्या और डॉ. सुशील भाटी शामिल थे। हालांकि, डॉ. लिनेश्चवर हर्षवर्धन ने इंटरव्यू के लिए आवेदन किया था, लेकिन वे इंटरव्यू में शामिल नहीं हो सके।