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टीना डाबी का महिला सुरक्षा पर सख्त कदम: नर्सिंग कर्मी पर बड़ी कार्रवाई

टीना डाबी का महिला सुरक्षा पर सख्त कदम: नर्सिंग कर्मी पर बड़ी कार्रवाई

शोभना शर्मा। राजस्थान की चर्चित आईएएस अधिकारी टीना डाबी ने एक बार फिर अपने सख्त और न्यायप्रिय फैसले से सुर्खियों में आ गई हैं। हाल ही में बाड़मेर जिले की कलेक्टर का पदभार संभालने के बाद उन्होंने महिला सुरक्षा से जुड़े एक मामले में कठोर कदम उठाया है। यह मामला बाड़मेर जिला अस्पताल का है, जहाँ एक नर्सिंगकर्मी ने महिला रोगी के रिश्तेदार के साथ छेड़छाड़ और अभद्रता की।

घटना का पूरा विवरण

घटना 18 सितंबर 2024 की है, जब एक महिला रोगी अपने सिजेरियन ऑपरेशन के बाद टांके खुलवाने जिला अस्पताल आई थी। उसके साथ उसकी एक महिला रिश्तेदार भी थी, जो उसके देखभाल के लिए आई थी। अस्पताल के कमरा नंबर 15, एमओटी विभाग में तैनात मेल नर्सिंग कर्मी ने महिला रिश्तेदार के साथ छेड़छाड़ की और जब उसने इसका विरोध किया, तो उसे गाली गलौज कर कमरे से बाहर निकालने की धमकी दी।

परिजनों का विरोध और अस्पताल प्रशासन का रवैया

इस घटना के बाद पीड़िता के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और अस्पताल प्रशासन से इसकी शिकायत की। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और इसे दबाने की कोशिश की गई। प्रशासन ने केवल नर्सिंग कर्मी को कमरा नंबर 15 से हटाकर खानापूर्ति की, लेकिन उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

टीना डाबी का हस्तक्षेप और बड़ा एक्शन

जब यह मामला जिला कलेक्टर टीना डाबी के संज्ञान में आया, तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कलेक्टर डाबी ने मामले की जांच कराई और आरोपी नर्सिंग कर्मी को एपीओ (Awaiting Posting Order) करवा दिया। इसके साथ ही उन्होंने मामले की गहन जांच के आदेश भी दिए ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जा सके।

टीना डाबी का यह कदम दिखाता है कि वे महिला सुरक्षा के प्रति कितनी संवेदनशील और सजग हैं। उन्होंने न केवल आरोपी नर्सिंग कर्मी को एपीओ किया, बल्कि अस्पताल प्रशासन को भी इस मामले में लापरवाही बरतने पर फटकार लगाई। इस घटना ने साफ कर दिया है कि अब किसी भी प्रकार की महिला विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अस्पताल प्रशासन पर सवाल

इस घटना के बाद से अस्पताल प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने शुरू में इस मामले को दबाने की कोशिश की और आरोपी को केवल एक कमरे से हटाकर मामले को खत्म करने की कोशिश की। लेकिन टीना डाबी के हस्तक्षेप के बाद ही आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई।

महिला सुरक्षा पर कलेक्टर का सख्त रुख

इस पूरे मामले में सबसे अहम बात यह है कि टीना डाबी ने इसे महिला सुरक्षा के तहत एक बड़ा कदम माना और सख्त कार्रवाई की। उनके द्वारा उठाए गए इस कदम से बाड़मेर जिले में एक सकारात्मक संदेश गया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि महिलाओं के साथ होने वाले किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के खिलाफ वे बर्दाश्त नहीं करेंगी।

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