मनीषा शर्मा। भारत के नवाचार और सस्टेनेबल मोबिलिटी के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ते हुए, भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 में टोंक जिले के डिग्गी निवासी हुतेश कुमार गौतम ने अपने स्टार्टअप ड्राइवोमेट का शानदार प्रदर्शन किया। इस आयोजन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के प्रतिष्ठित भारत मंडपम में किया। एक्सपो, जो 17 से 21 जनवरी तक आयोजित हो रहा है, भारत को नवाचारों और तकनीकी समाधानों का निर्माता साबित कर रहा है।
ड्राइवोमेट: सड़क सुरक्षा में क्रांति
हुतेश गौतम का स्टार्टअप ड्राइवोमेट सड़क सुरक्षा और किफायती परिवहन के क्षेत्र में नए मानक स्थापित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस तकनीक की सराहना करते हुए कहा कि यह ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का बेहतरीन उदाहरण है। हुतेश ने ड्राइवोमेट के विजन के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी टीम का लक्ष्य 2030 तक भारत में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 50% की कमी लाना है।
भारत में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति
हर साल भारत में लगभग 4,50,000 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें से 1,62,000 लोगों की मौत हो जाती है। यह आंकड़ा भारत के लिए एक बड़ी चुनौती है। ड्राइवोमेट का लक्ष्य न केवल इस समस्या को हल करना है, बल्कि सस्ती और सुलभ तकनीक के माध्यम से हर वर्ग के वाहन मालिकों को लाभ पहुंचाना है।
एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS)
ड्राइवोमेट द्वारा विकसित किया गया एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) वर्तमान में महंगी गाड़ियों तक सीमित है। लेकिन इस तकनीक को किफायती बनाकर छोटे और मझोले वाहन मालिकों के लिए उपलब्ध कराना ड्राइवोमेट का उद्देश्य है। यह सिस्टम सड़क पर वाहन चलाते समय ड्राइवर को सतर्क रखता है, दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करता है और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करता है।
प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्राइवोमेट की तकनीक को सराहा और इसे भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक बताया। उन्होंने हुतेश और उनकी टीम को प्रोत्साहन देते हुए कहा कि यह नवाचार भारत को सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बना सकता है। पीएम मोदी ने ड्राइवोमेट की ‘मेक इन इंडिया’ और पेटेंटेड तकनीक की भी तारीफ की, जो इसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाती है।
छोटे शहर से बड़े सपने तक का सफर
डिग्गी जैसे छोटे कस्बे से निकलकर हुतेश गौतम ने साबित कर दिया कि सीमित संसाधन भी बड़े सपने देखने में बाधा नहीं बन सकते। उनकी सफलता केवल टोंक जिले के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है। हुतेश की कहानी उन युवा उद्यमियों के लिए मिसाल है, जो नवाचार और मेहनत के माध्यम से अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।
सस्टेनेबल मोबिलिटी और भारत का भविष्य
ड्राइवोमेट जैसी तकनीकें न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देंगी, बल्कि भारत को सस्टेनेबल मोबिलिटी के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर मजबूत स्थिति में लाएंगी। भारत मोबिलिटी एक्सपो 2025 ने यह संदेश दिया कि भारत अब केवल तकनीकी नवाचारों का उपभोक्ता नहीं, बल्कि उनका निर्माता भी है।