मनीषा शर्मा। अजमेर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ट्रैफिक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इससे पुष्कर ब्रह्मा मंदिर और अजमेर दरगाह आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को जाम से निजात मिलेगी। भरतपुर के बाद, अजमेर दूसरा जिला होगा जहां यह योजना लागू की जाएगी।
मास्टर प्लान की मुख्य विशेषताएँ
दरगाह शरीफ के चारों ओर रिंग रोड बनेगी, जिससे यातायात सुगम होगा।
पुष्कर घाटी का ट्रैफिक वन-वे किया जाएगा, जिससे तीर्थयात्रियों की सुविधा बढ़ेगी।
प्रमुख चौराहों पर ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू होगा।
परकोटे के बाजारों में नो वेंडिंग जोन निर्धारित किए जाएंगे।
नई नगरीय सड़कें और पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूट विस्तारित किए जाएंगे।
ट्रैफिक प्लान लागू करने की प्रक्रिया
1. सीएसआईआर द्वारा अध्ययन और निरीक्षण
इस मास्टर प्लान को केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CSIR) द्वारा तैयार किया जाएगा। CSIR पहले से ही भरतपुर शहर के ट्रैफिक सिस्टम पर काम कर रहा है।
निरीक्षण और सर्वेक्षण: CSIR की टीम ने अजमेर में ट्रैफिक की स्थिति का मूल्यांकन कर लिया है।
लागत: इस परियोजना पर 1.15 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
संबंधित विभाग: इस योजना को परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस, एडीए, नगर निगम और एनएचएआई मिलकर लागू करेंगे।
2. प्रमुख सुधार और योजनाएँ
दरगाह के आसपास रिंग रोड का निर्माण
अजमेर दरगाह आने वाले जायरीनों की सुविधा के लिए चारों ओर रिंग रोड बनाई जाएगी।
इससे दरगाह क्षेत्र में जाम की समस्या दूर होगी और यातायात सुचारू रहेगा।
पुष्कर घाटी में वन-वे ट्रैफिक सिस्टम
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पुष्कर घाटी का ट्रैफिक वन-वे किया जाएगा।
इससे यातायात नियंत्रण में आसानी होगी और दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम
प्रमुख चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक लाइट और सेंसर लगाए जाएंगे।
इससे यातायात का नियंत्रण स्वचालित रूप से हो सकेगा।
नो वेंडिंग जोन का निर्धारण
मुख्य सड़कों और बाजारों में अतिक्रमण को हटाने के लिए नो वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे।
इससे यातायात बाधित नहीं होगा और सड़कों पर जगह बनी रहेगी।
ब्लाइंड कर्व और रोडवेज सुधार
अंबेडकर सर्किल पर स्थित CPWD की बिल्डिंग के कारण ब्लाइंड कर्व की समस्या बनी हुई है, जिसे ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं।
रोडवेज बस स्टैंड के कुंदन नगर रोड गेट को चालू करने के लिए नगर निगम को नाले को कवर करने का आदेश दिया गया है।
मार्टिंडल ब्रिज और एलिवेटेड रोड सुधार
मार्टिंडल ब्रिज पर स्थायी डिवाइडर बनाए जाएंगे ताकि ट्रैफिक नियंत्रण बेहतर हो सके।
एलिवेटेड रोड के नीचे केवल दोपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए केरबी स्टोन प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे।
ट्रैफिक मास्टर प्लान से संभावित लाभ
- शहर में ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
- पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएँ बढ़ेंगी।
- यातायात सुरक्षा में सुधार होगा।
- धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक आसान पहुँच मिलेगी।
- अतिक्रमण कम होगा और बाजार व्यवस्थित होंगे।