मनीषा शर्मा, अजमेर। अजमेर के रूपनगढ़ इलाके में रविवार को एक जमीन विवाद के कारण दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें फायरिंग और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। इस विवाद के चलते एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई और स्थानीय बाजार बंद हो गए। इस हिंसक घटना में गुस्साए लोगों ने बदमाशों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की और एक जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया।
कैसे शुरू हुआ विवाद
घटना अजमेर के रूपनगढ़ कस्बे में सुबह लगभग 11.30 बजे की है। डीएसपी ग्रामीण सत्यनारायण यादव ने बताया कि रूपनगढ़ के रामसर गांव निवासी 25 वर्षीय शकील लंगा की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि 32 वर्षीय नारायण पुत्र नानूराम घायल हो गया। घायल को किशनगढ़ से अजमेर रेफर किया गया है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है और घटनास्थल पर फोर्स तैनात की गई है।
डीएसपी ने बताया कि जैन छात्रावास के सामने पंचायत की जमीन है, जिस पर लंगा परिवार का कब्जा है। पंचायत द्वारा हाल ही में इस जमीन पर पट्टे जारी किए गए थे। लंगा परिवार इस जमीन पर दुकान निर्माण का कार्य करवा रहा था, तभी बलवा राम चौधरी (बीआरसी) ग्रुप के लोग वहां पहुंचे और दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद बीआरसी ग्रुप के लोग वहां से चले गए। लगभग आधे घंटे बाद वे वापस कुछ और लोगों को लेकर लौटे, जिसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। यह विवाद जल्द ही पत्थरबाजी और फायरिंग में बदल गया, जिसमें एक युवक की जान चली गई।
घटनास्थल पर पुलिस की कार्रवाई
अजमेर रेंज के डीआईजी ओम प्रकाश ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। एक आरोपी को डिटेन किया गया है, जो अलवर का निवासी है। पुलिस ने एक बुलडोजर समेत तीन बड़े वाहनों को भी जब्त कर लिया है। डीआईजी ने कहा कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल, एसपी समेत पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
जमीन विवाद की जड़
एडिशनल एसपी ग्रामीण दीपक कुमार ने बताया कि यह विवाद जमीन को लेकर हुआ था। ग्राम पंचायत द्वारा दी गई जमीन के पट्टों को लेकर दोनों गुटों में झगड़ा हुआ, जिसके बाद यह विवाद हिंसक हो गया। उन्होंने कहा कि फायरिंग के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति घायल है। पुलिस की उच्च स्तरीय टीम और फॉरेंसिक विशेषज्ञ घटनास्थल पर मौजूद हैं और जांच कर रहे हैं।
बलवा राम चौधरी और उसके भांजे का नाम विवाद में शामिल
डीएसपी ग्रामीण सत्यनारायण यादव ने खुलासा किया कि इस घटना में किशनगढ़ के पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया के बेटे भंवर सिनोदिया के हत्याकांड के आरोपी बलवा राम चौधरी का नाम सामने आ रहा है। बलवा राम चौधरी का भांजा दिनेश चौधरी की गाड़ी भी घटनास्थल पर मिली है। पुलिस को शक है कि फायरिंग में दिनेश चौधरी और उसके साथी शामिल हो सकते हैं। बलवा राम चौधरी वर्तमान में अपने हत्याकांड मामले में सजा काट रहा है, लेकिन उसके भांजे की भूमिका इस हिंसक झड़प में संदिग्ध मानी जा रही है।
स्थानीय बाजारों में दहशत
इस हिंसक घटना के बाद पूरे रूपनगढ़ कस्बे में तनाव फैल गया। स्थानीय बाजारों ने फौरन अपनी दुकानें बंद कर दीं और लोग अपने घरों में बंद हो गए। फायरिंग और पत्थरबाजी की घटनाओं ने इलाके में खौफ पैदा कर दिया है। लोगों ने मौके पर मौजूद बदमाशों की गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की और एक जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस की स्थिति पर बयान
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि वे इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं। घटनास्थल से मिले सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने पहले ही एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। डीएसपी ने कहा कि पूरे इलाके में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है और स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है ताकि कोई और हिंसा न हो।
रूपनगढ़ में हुए इस विवाद ने इलाके में तनाव और दहशत का माहौल बना दिया है। एक जमीन विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें एक युवक की जान चली गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। पुलिस की सक्रियता के बावजूद, यह घटना दर्शाती है कि जमीन से जुड़े विवाद कैसे बड़े पैमाने पर हिंसा में तब्दील हो सकते हैं। प्रशासन को अब इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने और इलाके में शांति बहाल करने की जिम्मेदारी उठानी होगी।