मनीषा शर्मा। विप्र महासभा के संस्थापक सुनील उदेईया और प्रदेश महामंत्री मनीष मुदगल ने राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन की राज्यसभा सदस्यता समाप्त करने की मांग की है। महासभा का कहना है कि सुमन ने 21 मार्च 2025 को संसद में महाराणा संग्राम सिंह (राणा सांगा) को ‘गद्दार’ कहकर अपमानित किया, जिसे वे राष्ट्रविरोधी बयान मानते हैं।
संसद की गरिमा और ऐतिहासिक तथ्यों का उल्लंघन
महासभा ने अपने पत्र में कहा कि यह बयान न केवल संसद की गरिमा का उल्लंघन करता है, बल्कि ऐतिहासिक तथ्यों को भी तोड़-मरोड़कर पेश करता है। महासभा ने इसे देश की अस्मिता और स्वाभिमान पर हमला बताते हुए कहा कि इस तरह की टिप्पणियां समाज में वैमनस्य फैलाने का काम करती हैं।
सख्त कार्रवाई की मांग
महासभा ने आग्रह किया कि सांसद रामजी लाल सुमन की सदस्यता रद्द कर, भविष्य में इस तरह की विवादित और अपमानजनक टिप्पणियों पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसे बयान संसद में दिए जाते रहे, तो इससे लोकतांत्रिक मूल्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।