शोभना शर्मा । राजस्थान का इतिहास वीरता और बलिदान की अमर गाथाओं से भरा है । अगर इतिहास के पन्नों को पलटा जाए तो रणथम्भौर दुर्ग का जौहर महारानी रंगादेवी का जौहर अमर है। 1301 ईस्वी में रणथम्भौर दुर्ग में पहला जल जौहर हुआ था। हम्मीर देव की पत्नी रानी रंगादेवी ने रणथम्भौर दुर्ग स्थित पद्मला तालाब में कूदकर जल जौहर किया था। इतिहासकार इसे राजस्थान का पहला और एकमात्र जल जौहर भी मानते हैं। रानी रंगादेवी ने यह जौहर आक्रांता शासक अलाउद्दीन खिलजी द्वारा रणथम्भौर दुर्ग पर किए आक्रमण के दौरान किया था।
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रणथम्भौर दुर्ग का जल जौहर: महारानी रंगादेवी का साहस और बलिदान
- by Shobhna Sharma
- 28 June, 2024
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