मनीषा शर्मा। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा संविधान से खिलवाड़ किया और इसका गला घोंटने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में आपातकाल (इमरजेंसी) लगाना संविधान के प्रति उनके असम्मान का सबसे बड़ा उदाहरण है। इसके विपरीत, भाजपा ने संविधान की गरिमा को बढ़ाने और उसका पालन करने का काम किया है।
रावत शनिवार को भीलवाड़ा में भाजपा द्वारा आयोजित संविधान गौरव दिवस कार्यक्रम के तहत जिला कार्यालय में आयोजित एक विचार गोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को हमेशा पूरा सम्मान दिया है। बाबा साहेब से जुड़े पांच स्थानों को केंद्र सरकार ने पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया, जो भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भाजपा ने बढ़ाया संविधान का गौरव
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न देकर उनकी विरासत को संरक्षित किया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे इस तथ्य को जनसाधारण के बीच पहुंचाने का संकल्प लें। रावत ने कहा, “हमारा देश आजादी के अमृत महोत्सव के साथ संविधान निर्माण के अमृत महोत्सव का भी जश्न मना रहा है। ऐसे समय पर कांग्रेस द्वारा संविधान के नाम पर राजनीति करना उसकी संकीर्ण मानसिकता को उजागर करता है।”
कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यह गलत धारणा बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि संविधान खतरे में है। लेकिन यह भाजपा सरकार ही है जिसने संविधान की रक्षा और बाबा साहेब की विरासत को संरक्षित करने का कार्य किया है।
कार्यक्रम के अन्य पहलु
विचार गोष्ठी में जिला प्रमुख बरजी देवी भील, विधायक गोपीचंद मीणा, गोपाल खंडेलवाल, और पूर्व विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष प्रहलाद त्रिपाठी ने किया और अंत में अभियान जिला संयोजक अविनाश जीनगर ने सभी का आभार व्यक्त किया।
बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति
इस अवसर पर कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें पूर्व जिला प्रमुख रामचंद्र सेन, जिला महामंत्री राजकुमार आंचलिया, भगवती प्रसाद जोशी, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल आचार्य, और महिला मोर्चा की इंदु बंसल समेत बड़ी संख्या में प्रतिनिधि शामिल थे।