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जलदाय मंत्री का सख्त संदेश: अधिकारियों को शाप और सस्पेंशन की चेतावनी

जलदाय मंत्री का सख्त संदेश: अधिकारियों को शाप और सस्पेंशन की चेतावनी

मनीषा शर्मा। भजनलाल सरकार के जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी का बयान इन दिनों राजनीतिक सुर्खियों में है। हाल ही में जोधपुर और पाली संभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान, मंत्री ने अपने सख्त तेवर दिखाते हुए अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने गलत काम किया तो उन्हें उनके शाप का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने खुद को महादेव का भक्त बताते हुए कहा, “जो अधिकारी गलत काम करेगा, उसे मेरा शाप लगेगा।”

अधिकारियों की लापरवाही पर भड़के मंत्री

बैठक के दौरान मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने अधिकारियों के खिलाफ आई शिकायतों पर नाराजगी जाहिर की और स्पष्ट किया कि लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में मंत्री ने विभागीय योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की और लंबित कामों को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा, “जो काम नहीं करेगा, उसे सस्पेंड किया जाएगा।”

जनहित में काम न करने पर शाप की चेतावनी

बैठक के दौरान जलदाय मंत्री ने महादेव की भक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि जो अधिकारी जनता के हित के खिलाफ काम करेंगे या भ्रष्टाचार करेंगे, उन्हें शाप मिलेगा। उनका यह बयान अब सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने कहा कि सही तरीके से काम करने वाले अधिकारियों को प्रोत्साहन मिलेगा, जबकि गलत काम करने वालों को सजा दी जाएगी।

अमृत-2 योजना पर विशेष ध्यान

बैठक के दौरान मंत्री कन्हैयालाल ने अमृत-2 योजना के लंबित मामलों पर भी चर्चा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन्हें जल्द से जल्द निपटाएं। उन्होंने कहा कि जनहित की योजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाना चाहिए ताकि जनता को उनका लाभ मिल सके। उन्होंने अधिकारियों से सभी योजनाओं पर बिंदुवार चर्चा की और समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।

सही काम करने वालों को प्रोत्साहन

मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि जो अधिकारी ईमानदारी और निष्ठा से काम करेंगे, उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा, लेकिन जो लोग भ्रष्टाचार या लापरवाही करेंगे, उन्हें दंडित किया जाएगा। इस तरह की सख्त चेतावनी ने अधिकारियों के बीच हड़कंप मचा दिया।

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