शोभना शर्मा। किडनी स्टोन का दर्द किसी के लिए भी असहनीय हो सकता है। जब पथरी का आकार बढ़ता है, तो सर्जरी की आवश्यकता भी हो सकती है। ऐसी स्थिति में, सही आहार को चुनना बेहद महत्वपूर्ण होता है, खासकर हाई ऑक्सालेट फूड्स से बचने के लिए। इन खाद्य पदार्थों के सेवन से किडनी स्टोन की संख्या और आकार बढ़ सकते हैं, जिससे उपचार में भी कठिनाई हो सकती है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किडनी स्टोन से बचने के लिए किन फूड्स से दूर रहना चाहिए और कैसे सही आहार अपनाया जा सकता है।
किडनी स्टोन का सबसे आम कारण
किडनी स्टोन किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन इसका सबसे आम प्रकार कैल्शियम ऑक्सालेट से बनने वाली पथरी है। जब यह पथरी गुर्दे में बनती है, तो यह दर्द का कारण बन सकती है। डॉक्टर के पास जाने से पहले, यदि आपको किडनी में दर्द हो रहा है, तो यह किडनी स्टोन का संकेत हो सकता है। अगर यह पथरी निकल जाती है तो यह एक राहत की बात होती है, लेकिन अगर यह बड़ी हो जाती है तो ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है। इसके लिए, आपको उन खाद्य पदार्थों से बचने की सलाह दी जाती है जो ऑक्सालेट से भरपूर होते हैं।
कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन: एक सामान्य प्रकार
किडनी स्टोन के विभिन्न प्रकार होते हैं, लेकिन कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन सबसे आम होता है। यह पथरी तब बनती है जब कैल्शियम और ऑक्सालेट के संयोजन से क्रिस्टल बनते हैं, जो बाद में किडनी में जमा हो जाते हैं और पथरी का रूप लेते हैं। यह किडनी स्टोन किडनी में दर्द, जलन और पेशाब में खून आने का कारण बन सकता है।
क्या ज्यादा सोडियम सेवन किडनी स्टोन का कारण बन सकता है?
किडनी स्टोन का एक अन्य प्रमुख कारण ज्यादा नमक खाना है। नमक में सोडियम पाया जाता है, और जब अधिक सोडियम का सेवन किया जाता है, तो पेशाब में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है। यह कैल्शियम किडनी में जमा होकर पथरी का रूप ले सकता है। इसलिए, आपको अपनी डाइट से ज्यादा सोडियम वाले खाद्य पदार्थों को कम करना चाहिए, जैसे कि प्रोसेस्ड फूड्स और चिप्स आदि।
क्या कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को छोड़ना सही है?
किडनी स्टोन की रोकथाम के लिए कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम नहीं करना चाहिए। इसके विपरीत, नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, कैल्शियम का सेवन जारी रखना किडनी स्टोन के खतरे को कम करता है। कैल्शियम को सही मात्रा में लेने से शरीर में ऑक्सालेट के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसलिए, कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे दूध, दही और पनीर का सेवन जारी रखें।
हाई ऑक्सालेट फूड्स से बचें
हाई ऑक्सालेट फूड्स से बचने से किडनी स्टोन की समस्या को कम किया जा सकता है। जिन फूड्स में उच्च मात्रा में ऑक्सालेट होता है, उनमें मूंगफली, पालक, चुकंदर, स्वीस चार्ड, चॉकलेट, और शकरकंद शामिल हैं। यदि आपको पहले से कैल्शियम ऑक्सालेट से संबंधित किडनी स्टोन है, तो इन खाद्य पदार्थों का सेवन कम कर देना चाहिए। यह पथरी के साइज और संख्या को बढ़ने से रोक सकता है। हालांकि, अगर आप इन खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो उन्हें कैल्शियम से भरपूर फूड्स के साथ खाएं। ऐसा करने से ऑक्सालेट और कैल्शियम पेट या आंत में ही जुड़ जाते हैं और किडनी में जमा होने का खतरा कम हो जाता है।
किडनी स्टोन के शुरुआती लक्षण
किडनी स्टोन के कुछ शुरुआती लक्षण होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप समय रहते इलाज करवा सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई एक या अधिक लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो यह किडनी स्टोन का संकेत हो सकता है:
- कमर के एक तरफ तेज दर्द होना
- दर्द जननांग तक फैलना
- पेशाब में खून आना
- ठंड लगना और बुखार आना
- जी मिचलाना और उल्टी होना
- पेशाब का रंग बदलना
किडनी स्टोन से बचने के लिए क्या करें?
किडनी स्टोन से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाए जा सकते हैं:
पानी पीना: अधिक से अधिक पानी पिएं ताकि शरीर में हाइड्रेशन बने रहे और पथरी बनने से बच सकें।
हाई ऑक्सालेट फूड्स से बचें: ऊपर बताए गए हाई ऑक्सालेट फूड्स से बचें।
सोडियम का सेवन कम करें: ज्यादा नमक और सोडियम का सेवन न करें।
कैल्शियम फूड्स का सेवन करें: कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन नियमित रूप से करें।