मनीषा शर्मा। बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने महिला अधिकारिता निदेशालय का निरीक्षण किया और विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक की। इस निरीक्षण और समीक्षा का मुख्य उद्देश्य महिला और बालिका सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं को और प्रभावी बनाना था।
निदेशालय का निरीक्षण और सफाई व्यवस्था पर जोर
शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने निरीक्षण के दौरान महिला अधिकारिता निदेशालय भवन के सभी कक्षों का अवलोकन किया। उन्होंने कार्यालय परिसर में साफ-सफाई की नियमितता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि कामकाज में सुव्यवस्था और स्वच्छता बनी रहे। इसके साथ ही सचिव ने रिकॉर्ड रूम को व्यवस्थित रूप से संचालित रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि विभागीय रिकॉर्ड्स को सही ढंग से संरक्षित रखा जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त किया जा सके।
विभागीय योजनाओं का वृहद प्रचार-प्रसार करने के निर्देश
महेंद्र सोनी ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि महिलाओं और बालिकाओं के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। सोनी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि योजनाओं की जानकारी हर क्षेत्र तक पहुंचे और उनका प्रभावी क्रियान्वयन हो।
ई-फाइलिंग प्रणाली को अपनाने का निर्देश
समीक्षा बैठक के दौरान महेन्द्र सोनी ने अधिकारियों से कहा कि सभी विभागीय पत्रावलियों को ई-फाइलिंग के माध्यम से प्रस्तुत किया जाए। इससे न केवल पारदर्शिता में सुधार होगा, बल्कि समय की भी बचत होगी। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि विभाग की सभी योजनाओं का संचालन राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार हो और निर्धारित समय सीमा में लक्ष्य प्राप्त किए जाएं।
महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्धता
महिला अधिकारिता निदेशालय की इस समीक्षा बैठक में अतिरिक्त निदेशक राजेश सिंह और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान योजनाओं की प्रगति, उनकी चुनौतियों और उनके समाधान पर विस्तार से चर्चा की गई। सचिव सोनी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करें, ताकि महिलाओं और बालिकाओं के समग्र विकास की योजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके।